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प्रधानमंत्री मोदी ने INS विक्रांत पर मनाई दिवाली, जानें इस जहाज की खास बातें
प्रधानमंत्री मोदी ने INS विक्रांत पर सैनिकों के बीच दिवाली मनाई

प्रधानमंत्री मोदी ने INS विक्रांत पर मनाई दिवाली, जानें इस जहाज की खास बातें

लेखन आबिद खान
Oct 20, 2025
04:16 pm

क्या है खबर?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा में INS विक्रांत पर नौसैनिकों के बीच दिवाली मनाई। यहां उन्होंने सैनिकों के साथ खाना खाया, बातचीत की, दिवाली मनाई और उन्हें संबोधित भी किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि INS विक्रांत आज आत्मनिर्भर भारत का बहुत बड़ा प्रतीक है, जिसने हाल ही में पाकिस्तान की रातों की नींद उड़ा दी थी। प्रधानमंत्री मोदी ने INS विक्रांत पर रात भी बिताई। आइए इस खास जहाज की खास बातें जानते हैं।

स्वदेशी

ये भारत का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत 

INS विक्रांत को 2022 में नौसेना में शामिल किया गया था। ये भारत का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत है। इसके नौसेना में शामिल होते ही भारत का नाम उन चुनिंदा देशों की सूची में आ गया था, जिनके पास खुद के विमानवाहक पोत डिजाइन और निर्माण करने की क्षमता है। इसे कोचिन शिपयार्ड लिमिटेड (CSL) ने करीब 13 सालों में बनाया है, जो भारत की बढ़ती नौसैनिक और औद्योगिक शक्ति को दर्शाता है।

आकार

पानी में चलते-फिरते गांव जैसा है INS विक्रांत

INS विक्रांत के अंदर 2,300 कंपार्टमेंट हैं। इसमें 16 बेड का अस्पताल भी है, जिसमें दो ऑपरेशन थिएटर, लैब, ICU और CT स्कैन है। इसका आकार लगभग 2 फुटबॉल मैदानों के बराबर है और 18 मंजिल ऊंचा है। इसमें एक समय पर 1,600 लोगों का दल रह सकता है। जहाज की लंबाई 262 मीटर, ऊंचाई 60 मीटर और वजन 45,000 टन है। यानी ये पूरे साजो-सामान के साथ एक तैरते हुए गांव जैसा है।

नाम

कैसे मिला INS विक्रांत को अपना नाम?

दरअसल, भारत के पास पहले भी इसी नाम का विमानवाहक पोत था, जिसे ब्रिटेन की रॉयल नौसेना से खरीदा गया था। ये नौसेना का पहला विमानवाहक पोत था। इसे 1961 में नौसेना में शामिल किया गया था और 1997 में सेवानिवृत्त हुआ था। इस पोत ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध समेत कई अभियानों में अहम भूमिका निभाई थी। भारत के पहले विमानवाहक पोत को सम्मान देने के लिए देश के पहले स्वदेशी पोत का नाम भी INS विक्रांत रखा गया

मिग विमान

मिग-26K विमान समेत कई हेलीकॉप्टर हैं तैनात

INS विक्रांत में 30 लड़ाकू विमान और हेलिकॉप्टर को ले जाने की श्रमता है। इसमें मिग-29K लड़ाकू विमान, कामोव-31 हेलीकॉप्टर और MH-60R मल्टी रोल हेलीकॉप्टर तैनात रहते हैं। केवल इसका हैंगर स्पेस ही 2 ओलंपिक आकार के स्विमिंग पूल जितना बड़ा है, जिस पर से एक बार में 12 लड़ाकू विमान और 6 हेलीकॉप्टर को ऑपरेट किया जा सकता है। इसमें ब्रह्मोस मिसाइलें भी लगी हैं। इस विशालकाय विमान को 4 इंजनों से चलने के लिए ताकत मिलती है।

संबोधन

अब प्रधानमंत्री के संबोधन की बड़ी बातें जानिए

प्रधानमंत्री ने कहा, "विक्रांत ने अभी पाकिस्तान की रातों की नींद उड़ा दी थी। जिसका नाम ही दुश्मन का चैन छीन ले, वो INS विक्रांत है।" उन्होंने बताया कि रक्षा निर्यात 30 गुना बढ़ गया है। उन्होंने कहा, "पिछले 1 दशक में हमारा रक्षा निर्यात 30 गुना से अधिक बढ़ गया है और इसके पीछे बहुत बड़ी भूमिका रक्षा स्टार्टअप की है, स्वदेशी डिफेंस इकाइयों की है।" उन्होंने कहा कि 100 से ज्यादा जिले माओवाद से आजाद हुए हैं।