खालिस्तानी अमृतपाल सिंह ने आत्मसमर्पण की अटकलों के बीच जारी किया पहला वीडियो संदेश
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह ने बुधवार को स्वर्ण मंदिर में आत्मसमर्पण किये जाने के अटकलों के बीच एक वीडियो जारी किया है, जिसमें वह वैसाखी के मौके पर 'सरबत खालसा' में देश-विदेश में बसे सिख कौम से लोगों से आयोजन में शामिल होने की अपील करता नजर आ रहा है। 18 मार्च को पंजाब पुलिस की खालिस्तानियों के खिलाफ कार्रवाई के बाद 'वारिस दे पंजाब' संगठन प्रमुख का यह पहला वीडियो संदेश है।
वीडियो में क्या कह रहा है अमृतपाल?
इस वीडियो में अमृतपाल कह रहा है वह सभी देश-विदेशों की सिख संगतों से अपील करता है कि वैसाखी के मौके पर सरबत खालसा में शामिल होकर सिख कौम के छोटे-बड़े मसलों पर बातचीत करें। इसके अलावा, वीडियो में अमृतपाल अपने साथियों की गिरफ्तारी और उन्हें असम जेल में नजरबंद किये जाने की बात भी कही है। पिछले 11 दिनों से पंजाब पुलिस की गिरफ्त से बाहर खालिस्तानी अमृतपाल ने फेसुबक लाइव पर यह अपील की है।
'वारिस दे पंजाब' संगठन प्रमुख का वीडियो संदेश
आत्मसमर्पण के लिए पुलिस के सामने रखी थी शर्तें- रिपोर्ट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमृतपाल ने आत्मसमर्पण के लिए पुलिस के सामने 3 शर्तें रखी थीं। इनमें गिरफ्तारी को आत्मसमर्पण दिखाने, उसे पंजाब की जेल में ही रखने और जेल या पुलिस कस्टडी में पिटाई न करने की बात शामिल थी। आज सुबह ही पुलिस ने होशियारपुर में अमृतपाल और उसके 3 साथियों को एक सफेद इनोवा कार में घेर लिया था। जिसके बाद सभी लोग कार मरनाईया गांव के एक गुरुद्वारे में छोड़कर भाग निकले थे।
जालंधर SSP सहित 9 अफसरों के तबादले
मामले में बुधवार को जालंधर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) व जिले के अन्य शीर्ष पुलिस अधिकारियों का तबादला कर दिया है। इसे अमृतपाल की गिरफ्तारी न होने के बाद पुलिस महकमे की किरकिरी से जोड़कर देखा जा रहा है। अमृतपाल पर अधिकतर कार्रवाई जालंधर जिले में ही हुई थी। पंजाब सरकार ने जालंधर के SSP स्वर्णदीप सिंह की जगह मुखविंदर सिंह को जिम्मेदारी दी है। 9 में से 6 पुलिस अधिकारियों को जालंधर से बाहर कर दिया गया है।
स्वर्ण मंदिर के आसपास बढ़ाई गई सुरक्षा
पुलिस को लगता है कि अमृतपाल स्वर्ण मंदिर में आत्मसमर्पण कर सकता है। इसलिए स्वर्ण मंदिर और अकाल तख्त के आसपास भारी तादाद में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। पुलिस ने स्वर्ण मंदिर के आसपास फ्लैग मार्च भी किया है। अमृतसर के पुलिस उपायुक्त (DCP) परमिंदर सिंह भंडाल ने कहा, "हमारा ध्यान यह सुनिश्चित करना है कि स्वर्ण मंदिर की ओर जाने वाले किसी भी मार्ग पर कोई बाधा न हो और कानून व्यवस्था बनी रहे।"