
केरल में मस्तिष्क खाने वाले अमीबा के 18 मामले सामने आए, सरकार अलर्ट मोड पर
क्या है खबर?
केरल में मस्तिष्क को नुकसान पहुंचाने वाले अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस के मामलों में वृद्धि देखने को मिल रही है। अभी 18 मरीजों का इलाज चल रहा है। इस समय सबसे अधिक 8 मामले कोझिकोड के मेडिकल कॉलेज में हैं। इसके अलावा तिरुवनन्तपुरम, कोल्लम, वायनाड और मलप्पुरम जिलों में भी मरीज मिले हैं। इस वर्ष राज्य में 41 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। कोझिकोड में एक मरीज में अमीबा के एक दुर्लभ प्रकार सैपिनिया पेडेटा पाए जाने का पता चला है।
जानकारी
क्या है सैपेनिया पेडेटा?
सैपिनिया संक्रमण को लेकर कोझिकोड मेडिकल कॉलेज के न्यूरोलॉजिस्ट ने बताया यह बेहद दुर्लभ संक्रमण है,लेकिन इसे लक्षण अन्य प्रकार के मेनिन्जाइटिस जैसे ही होते हैं। इसमें रोगियों को बुखार, तेज सिरदर्द, मतली, दौरे या भ्रम होता है। इसका विस्तृत अध्ययन जरूरी है।
बीमारी
केरल सरकार ने शुरू किया बचाव अभियान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अध्ययनों में कुओं, गंदे पानी के टैंकों, प्रदूषित तालाबों और नदियों में अमीबा की पहचान हुई है। केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन की बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने राज्यव्यापी अभियान शुरू करने का निर्देश दिया है। यह पहल स्वास्थ्य विभाग, स्थानीय निकाय, सामान्य शिक्षा विभाग, हरित केरलम मिशन, जल संसाधन विभाग और अन्य सरकारी एजेंसियों के सहयोग से कार्यान्वित की जाएगी।
पहल
नदियों में तैरने से बचने की सलाह
स्वास्थ्य विभाग ने दिशानिर्देश जारी करते हुए सभी घरों की पानी की टंकियों और कुओं को क्लोरीनयुक्त करने और सफाई करने को कहा है। ठहरे हुए पानी में लोगों को गोता लगाने और तैरने से मना किया गया है। अगर ठहरे पानी में हैं तो सिर को ऊपर रखकर नाक, मुंह और कान को पानी से बचाने की सलाह दी है। सभी स्वीमिंग पूल, वाटर पार्क और स्पा को भी उचित क्लोनीकरण और रखरखाव के लिए कहा गया है।