कौन हैं पत्रकार निखिल वागले और पुणे में उनकी कार पर क्यों हुआ हमला?
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के पुणे में 9 फरवरी की रात को पत्रकार निखिल वागले की गाड़ी पर हमला किया हुआ है।
कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लालकृष्ण आडवाणी पर उनकी आपत्तिजनक टिप्पणी से गुस्साए भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन पर हमला किया।
भाजपा नेताओं ने वागले की कार के शीशे तोड़ दिए और स्याही भी फेंकी। हमले में महाविकास अघाड़ी (MVA) की महिला कार्यकर्ताओं को भी चोट आई है।
कार
वागले की कार में तोड़फोड़
हमलावरों ने वागले की कार को 4 अलग-अलग जगहों पर निशाना बनाया। हमलावरों ने कार के अगले और पिछले विंडशील्ड को तोड़ दिया, अंडे फेंके और नारेबाजी की। हालांकि, हमले में वागले को कोई चोट नहीं पहुंची।
जिस वक्त हमला हुआ, तब वागले निर्भय बनो कार्यक्रम में जा रहे थे। राष्ट्र सेवा दल ने इस कार्यक्रम का आयोजित किया था। बाद में पुलिस कड़ी सुरक्षा के बीच वागले को कार्यक्रम स्थल ले गई।
वजह
क्यों हुआ हमला?
दरअसल, हाल ही में केंद्र सरकार ने पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने का ऐलान किया था।
वागले ने इस घोषणा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आडवाणी को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपमानजनक टिप्पणी की थी।
इस मामले पर भाजपा नेता सुनील देवधर ने 6 फरवरी को वागले के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। भाजपा कार्यकर्ताओं ने वागले के पुणे कार्यक्रम को भी रद्द करने की मांग की थी।
बयान
वागले ने हमलावरों को किया माफ
कार पर हमले के बाद वागले कार्यक्रम में पहुंचे और लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, "जिन्होंने भी मुझ पर हमला किया, मैं उन्हें माफ करता हूं। यह मुझ पर 7वां हमला था। इससे पहले 6 बार हमले हो चुके हैं।"
इससे पहले अपनी विवादित टिप्पणी को लेकर उन्होंने 6 जनवरी को 'एक्स' पर लिखा था, 'मेरे ट्वीट से मोदी-आडवाणी डर गए। मैं अपने ट्वीट पर कायम हूं। अगर मुझे जेल भी जाना पड़े तो मैं तैयार हूं।'
विपक्ष
हमले के बाद विपक्ष ने सरकार को घेरा
वागले पर हमले के बाद विपक्ष ने महाराष्ट्र सरकार पर हमला बोला है।
सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, "मैं घटना की निंदा करती हूं। ये एक शख्स पर हमला नहीं, बल्कि अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला है। भाजपा सरकार में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है।"
शरद पवार ने कहा, "ये महाराष्ट्र की संस्कृति नहीं है। मैं पुणे पुलिस आयुक्त से बात करूंगा। जिन्होंने ये सब किया है, उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।"
वागले
कौन हैं वागले?
वागले महाराष्ट्र के जाने-माने पत्रकार हैं। वे कई समाचार चैनलों और अखबारों में काम कर चुके हैं।
वागले ने अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत 1977 में फ्रीलांस रिपोर्टर के तौर पर की थी। 19 साल की उम्र में वे 'दिनांक' के प्रबंध संपादक बने थे। इसके बाद उन्होंने खुद का प्रकाशन 'गृह' शुरू किया और 'अक्षर' नामक पत्रिका भी निकाली।
2004 में शिवसेना नेता नारायण राणे की आलोचना करने पर उनके समर्थकों ने वागले की पिटाई की थी।