झारखंड: ग्रामीणों ने महिला को डायन बताकर सुनाई मौत की सजा, फिर की पीट-पीटकर हत्या
झारखंड के लोहरदगा जिले में कानून की धज्जियां उड़ाते हुए एक महिला की पीट-पीटकर हत्या करने सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिले के सेरेंगदाग थानाक्षेत्र के गणेशपुर गांव में ग्रामीणों ने एक महिला को डायन होने के शक में मौत की सजा देने का निर्णय किया और फिर उसके बाद उसकी पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी। मामले की सूचना पर पुलिस ने गांव पहुंचकर शव को बरामद कर लिया और 30 लोगों को हिरासत में लिया है।
अज्ञात बीमारी से पांच लोगों की मौत होने के कारण बताया डायन
पुलिस उपाधीक्षक (DSP) परमेश्वर प्रसाद ने बताया कि मृतक महिला होलो देवी (65) है। गांव में जनवरी से अब तक अज्ञात बीमारी से पांच लोगों की मौत हो गई थी। ग्रामीणों ने होलो देवी को डायन बताकर मौतों के लिए जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने बताया कि 9 जून की सुबह ग्रामीणों ने बैठक बुलाई थी। इसमें मामले पर चर्चा की गई थी। बैठक में ग्रामीणों ने होलो देवी को डायन बताकर उसे मौत की सजा देने का ऐलान किया था।
ग्रामीणों ने कैसे दिया वारदात को अंजाम?
मृतक के पुत्र विनोद खेरवार ने DSP को बताया कि मौत की सजा के ऐलान के बाद ग्रामीणों ने उनकी मां को लाठी-डंडों से पीटना शुरू कर दिया। इससे वह अधमरी हालत में पहुंच गई। इसके बाद ग्रामीणों ने जबरन उसे जहर पिला दिया और फिर से पीटना शुरू कर दिया। इससे उसकी मौत हो गई। खेरवार ने बताया कि हत्या के बाद ग्रामीणों ने शव को बोरे में रखकर धरधरिया जलप्रपात में ऊपर से नीचे की ओर फेंक दिया।
बेटे ने ग्रामीणों पर लगाया लंबे समय से प्रताड़ित करने का आरोप
मृतका के बेटे खेरवार ने आरोप लगाया कि गांव के लोग लंबे समय से उसकी मां को डायन बताकर प्रताड़ित कर रहे थे। गुरुवार को ग्रामीणों ने बैठक कर मौत की सजा देने का फैसला लिया था। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों के मारपीट करने के दौरान उसने अपनी मां को छोड़ने के लिए खूब मिन्नतें की थी, लेकिन किसी ने भी उसकी नहीं सुनी और उसे मौत के घाट उतार दिया। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
पुलिस ने 30 आरोपियों को हिरासत में लिया
DSP ने बताया कि खेरवार की सूचना पर मौके पर पहुंची सेन्हा थाना पुलिस शव को अपने कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इसके अलावा 30 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि अभी तक हत्या के संबंध में साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। महिला की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह बेहद गंभीर अपराध है।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
बता दें कि झारखंड में महिलाओं को डायन बताकर हत्या करने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी दर्जनों महिलाओं की इस तरह से हत्या की जा चुकी है। साल 2015 में मांडर गांव में ग्रामीणों ने पांच महिलाओं को डायन बताकर पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इसी तरह 2018 में कुरुलिया गांव में भी 50 वर्षीय महिला की डायन होने के शक में हत्या की गई थी, लेकिन ये वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही है।