NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / जम्मू-कश्मीर को केंद्रीय योजनाओं के लिए इस साल मिला 10 प्रतिशत से भी कम फंड
    अगली खबर
    जम्मू-कश्मीर को केंद्रीय योजनाओं के लिए इस साल मिला 10 प्रतिशत से भी कम फंड
    अमित शाह के साथ मनोज सिन्हा

    जम्मू-कश्मीर को केंद्रीय योजनाओं के लिए इस साल मिला 10 प्रतिशत से भी कम फंड

    लेखन प्रमोद कुमार
    Oct 31, 2021
    11:11 am

    क्या है खबर?

    जम्मू-कश्मीर प्रशासन को इस वित्त वर्ष केंद्रीय योजनाओं के लिए आवंटित हुए बजट में से 10 प्रतिशत से भी कम फंड मिला है।

    27 अक्टूबर तक केंद्र शासित प्रदेश के 25 विभागों को महज 1,809 करोड़ रुपये मिले हैं, जो 2021-22 के लिए आवंटित 18,527 करोड़ के 10 प्रतिशत से भी कम है।

    बता दें कि केंद्रीय योजनाओं के लिए अधिकतर पैसा केंद्र सरकार देती है, लेकिन इन्हें लागू करने का जिम्मा राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों पर होता है।

    बजटीय आवंटन

    दर्जनभर विभागों को नहीं मिला कोई फंड

    इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, करीब दर्जनभर ऐसे विभाग हैं, जिन्हें इस वित्त वर्ष केंद्रीय योजनाओं के लिए कोई फंड नहीं मिला है। इनमें जल शक्ति, आपदा प्रबंधन, राहत, पुनर्वास और पुनर्निर्माण, ऊर्जा, नागरिक उड्डयन और IT विभाग शामिल हैं।

    प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने फंड मिलने में हो रही देरी के पीछे महामारी को कारण बताया है। उन्होंने कहा कि अप्रैल और मई में महामारी के कारण विभाग काम शुरू नहीं कर पाए थे।

    प्रक्रिया

    क्या है केंद्रीय योजनाओं के लिए फंड मिलने की प्रक्रिया?

    केंद्रीय योजनाओं के लिए फंड मिलना पहले से मिले पैसे के इस्तेमाल के 'यूटिलिटी सर्टिफिकेट' और कई विभागों में ऑडिट के बाद मिलता है।

    अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय फंड इस पर निर्भर करता है कि आप कितना आगे बढ़े हैं। इस वित्त वर्ष में अभी पांच महीने बाकी हैं। आने वाले समय में विभागों का काम बढ़ेगा और फंड के खर्च में वृद्धि होगी। अगली दो तिमाहियों में कई काम पूरे होंगे।

    जानकारी

    आवंटन के बावजूद फंड नहीं निकाल पाया जल शक्ति विभाग

    इस वित्त वर्ष के बजटीय अनुमानों के जल शक्ति विभाग के लिए सबसे ज्यादा 5,477 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए हैं। इनमें से 2,747 करोड़ रुपये के आवंटन के बावजूद जम्मू-कश्मीर प्रशासन केंद्र सरकार से फंड नहीं ले पाया है।

    विभाग के पास 107 करोड़ रुपये का बैलेंस फंड भी बचा है, जिसे काम के लिए उचित बोलीदाता न मिलने के कारण खर्च नहीं किया जा सका है।

    अब प्रशासन ने इस दिशा में कदम उठाने शुरू किए हैं।

    जम्मू-कश्मीर

    कई विभागों को मिला एक तिहाई फंड

    दूसरी तरफ स्वास्थ्य और मेडिकल शिक्षा जैसे विभाग, जिनका अनुमानित व्यय 1,000 करोड़ रुपये से अधिक है, उन्हें भी एक तिहाई तक ही फंड मिला है।

    स्वास्थ्य और मेडिकल शिक्षा को अक्टूबर तक के लक्ष्य का 9.4 प्रतिशत, स्कूली शिक्षा विभाग को 18.6 प्रतिशत, सामाजिक कल्याण विभाग को 21 प्रतिशत और लोक निर्माण विभाग को 27.4 प्रतिशत फंड ही मिला है।

    एक पूर्व मंत्री ने कहा कि यह फंड की कमी और कामों में हो रही देरी को दर्शाता है।

    वादा

    अमित शाह ने कही तेज गति से विकास की बात

    हाल ही में जम्मू-कश्मीर दौरे पर गए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कई योजनाओं का ऐलान करते हुए कहा था कि अब यहां शुरू हुए विकास के दौर को कोई नहीं रोक सकता।

    अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि मोदी सरकार के राज में जम्मू-कश्मीर में 12,000 करोड़ रुपये का निवेश आ चुका है और सरकार 2022 के अंत तक इलाके में कुल 51,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    जम्मू-कश्मीर
    अमित शाह
    बजट

    ताज़ा खबरें

    LPG सिलेंडर के दाम घटे, आधार और UPI के नियम बदले; आज से हुए ये बदलाव LPG की कीमतें
    इंटर मिलान को हराकर पहली बार चैंपियन्स लीग विजेता बनी पेरिस सेंट-जर्मेन, बनाए ये रिकॉर्ड्स  चैंपियन्स लीग
    इजरायल के साथ युद्धविराम पर सहमत हुआ हमास, बंधकों की रिहाई के बदले रखीं ये शर्तें इजरायल
    मिस वर्ल्ड 2025: टूट गया भारत की जीत का सपना, थाईलैंड की सुचाता चुआंग्सरी बनीं विजेता मिस वर्ल्ड

    जम्मू-कश्मीर

    जम्मू-कश्मीर: पुलिस ने ढेर किया लश्कर का मोस्ट वांटेड आतंकी और उसका सहयोगी लश्कर-ए-तैयबा
    विवादित बयान मामला: जरूरत पड़ी तो सिद्धू के सलाहकारों को हटाएगी कांग्रेस- हरीश रावत पंजाब
    जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियां बढ़ाने की कोशिश में पाकिस्तान, लॉन्च पैड्स पर लौटे आतंकवादी पाकिस्तान समाचार
    कश्मीर: अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के निधन के बाद इंटरनेट बंद, सुरक्षा बढ़ाई गई पाकिस्तान समाचार

    अमित शाह

    कैबिनेट में विस्तार की खबरों के बीच प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और भाजपा अध्यक्ष के बीच बैठक नरेंद्र मोदी
    उत्तर प्रदेश के दौरे शुरू करेंगे मोदी समेत तमाम शीर्ष भाजपा नेता, विधानसभा चुनाव पर नजर योगी आदित्यनाथ
    मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द, इन नामों को मिल सकती है जगह उत्तर प्रदेश
    उत्तराखंड: तीरथ सिंह रावत ने दिया मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा, संवैधानिक अड़चन को बताया कारण उत्तराखंड

    बजट

    सबसे ज्यादा बार बजट किसने पेश किया? जानिए ऐसी ही कुछ दिलचस्प बातें अरुण जेटली
    जानिये, बजट से जुड़ी छोटी-छोटी मगर अहम बातें निर्मला सीतारमण
    कितने प्रकार के होते हैं बजट? जानिए इनके फायदे और नुकसान निर्मला सीतारमण
    क्यों मायने रखता है राष्ट्रपति का अभिभाषण, जिससे होगी बजट सत्र की शुरुआत? इंग्लैंड
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025