जम्मू-कश्मीर: तीन साल बाद स्वतंत्रता दिवस पर इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं रहीं जारी
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर में आज तीन साल बाद स्वतंत्रता दिवस पर इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं चालू रहीं। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने ट्वीट करते हुए कहा कि स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर कश्मीर में न तो कहीं इंटरनेट बंद है और न ही पाबंदियां लगाई गई हैं।
अधिकारियों ने कहा कि घाटी में एक शांतिपूर्ण वातावरण में स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है। 2019 में अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार ऐसा हुआ है।
इंटरनेट सेवा
आखिरी बार 2018 में स्वतंत्रता दिवस पर प्रभावित नहीं हुई थीं इंटरनेट सेवाएं
जम्मू-कश्मीर में आखिरी बार 2018 में स्वतंत्रता दिवस पर इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं प्रभावित नहीं हुई थीं। तब एनएन वोहरा जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे।
इसके बाद 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 में बदलाव करके जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म कर दिया गया और इसके बाद से ही स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा कारणों से इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं संवेदनशील इलाकों में बंद रहती थीं। इस बीच 100 से अधिक दिन के लिए इंटरनेट बंद रहा था।
जानकारी
श्रीनगर और कश्मीर के अन्य इलाकों में यातायात पर किसी तरह की पाबंदी नहीं
अधिकारियों ने बताया कि आज श्रीनगर और कश्मीर के अन्य इलाकों में यातायात पर किसी भी तरह की पाबंदी नहीं है। हालांकि सुरक्षा कारणों को देखते हुए संवेदनशील इलाकों में बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।
हमला
स्वतंत्रता दिवस पर हमले की फिराक में रहते हैं आतंकी
बता दें कि आतंकवादी स्वतंत्रता दिवस और इसके आसपास जम्मू-कश्मीर में हमला करने की फिराक में रहते हैं। 2005 में वो इसमें कामयाब भी रहे थे और 15 अगस्त को उन्होंने बख्शी स्टेडियम के बाहर मोबाइल फोन के जरिए IED ब्लास्ट किया था। तब ये स्वतंत्रता दिवस के आयोजन का मुख्य स्थल था।
इस बार भी आतंकी जम्मू-कश्मीर में हमला करने की फिराक में थे और इसे लेकर खुफिया अलर्ट भी जारी किया गया था।
कार्रवाई
सुरक्षा बलों ने कल ही पकड़े थे चार आतंकी
आतंकी हमले की एक बड़ी साजिश को नाकाम करते हुए सुरक्षा बलों ने शनिवार को ही पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकियों को जम्मू-कश्मीर से गिरफ्तार किया गया था।
इन आतंकियों के पास से हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए थे और इनकी कश्मीर समेत देश के कई शहरों में हमला करने की योजना थी।
इनमें से एक आतंकी को अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर की रैकी करने को भी कहा गया था।
योजना
मोटरसाइकिल IED से धमाका करने की थी योजना
पुलिस ने बताया कि पकड़ा गए आतंकी तौसीफ अहमद शाह को जैश कमांडर शाहिद ने जम्मू में घर लेने और जम्मू में IED विस्फोट करने के लिए सेकेंड हैंड मोटरसाइकिल खरीदने के लिए कहा गया था। उसने घर तो खरीद लिया था, लेकिन बाइक की व्यवस्था करने से पहले ही गिरफ्तार हो गया।
इसी तरह एक अन्य आतंकी जहांगीर अहमद भट कश्मीर का फल व्यापारी है और वह जैश के शाहिद के संपर्क में था।