2022 में एशिया की सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली मुद्रा रहा भारतीय रुपया
क्या है खबर?
भारतीय रुपया साल 2022 में एशिया की सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली मुद्रा रहा। सालभर में रुपया 11.3 प्रतिशत गिर गया जो वर्ष 2013 के बाद सबसे ज्यादा है।
इसका एक बड़ा कारण डॉलर में तेजी आना रहा, जो अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक के आक्रामक मौद्रिक नीति अपनाने के कारण हुआ।
भारत का रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले साल के अंत में 82.72 पर आकर टिका, जबकि 2021 में यह 74.33 पर आकर रुका था।
चिंता
रूस-यूक्रेन युद्ध का शिकार हुआ रुपया
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, रुपये के मुकाबले अमेरिकी डॉलर 2015 के बाद से तेजी पकड़े हुए है।
रिपोर्ट के अनुसार, रूस-युक्रेन युद्ध के कारण तेल की कीमतों में लगी आग की चपेट में भारतीय रुपया भी आया और भारत का चालू घाटा सितंबर तिमाही में रिकॉर्ड स्तर पर रहा।
हालांकि बाजार को उम्मीद है कि 2023 में रुपया अच्छा प्रदर्शन करेगा, वस्तुओं की कीमतें गिरेंगी और विदेशियों द्वारा भारतीय इक्विटी की खीद जारी रहेगी।