रूस में गिरफ्तार IS आतंकी से पूछताछ करना चाहती हैं भारतीय एजेंसियां, एक्सेस मांगी
भारतीय सुरक्षा एजेंसियां रूस में गिरफ्तार इस्लामिक स्टेट (IS) आतंकी से पूछताछ करना चाहती हैं। इसके लिए एजेंसियों ने रूसी एजेंसी FSB से इस आतंकी तक पहुंच उपलब्ध कराने की मांग की है। साथ ही भारत ने रूस से इस आतंकी से पूछताछ की शुरुआती रिपोर्ट भी साझा करने को कहा है ताकि भारत में IS से जुड़े मॉड्यूल का पता चल सके, जो उसे हथियार और दूसरी मदद मुहैया कराने वाला था।
उजबेकिस्तान का रहने वाला है आतंकी
रूस की मुख्य सुरक्षा एजेंसी संघीय सुरक्षा एजेंसी (FSB) ने सोमवार को उजबेकिस्तान के रहने वाले 30 वर्षीय अजामोव नामक आतंकी को गिरफ्तार किया था। पैगंबर मोहम्मद पर पूर्व भाजपा नेता नुपूर शर्मा की विवादित टिप्पणी का बदला लेने के लिए यह आतंकी भारत में सत्ता पक्ष से संबंधित किसी व्यक्ति पर हमला करना चाहता था। हालांकि, भारत के लिए रवाना होने से पहले ही उसे रूस में गिरफ्तार कर लिया गया था।
रूसी और उजबेक एजेंसियों के संपर्क में भारत
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, भारतीय एजेंसियां अजामोव को पूछताछ के लिए सौंपे जाने के लिए रूसी और उजबेकिस्तान की एजेंसियों के साथ संपर्क में है। भारतीय एजेंसियों के लिए यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उससे पूछताछ कर स्थानीय स्तर पर IS के मॉड्यूल का पता लगा सकती हैं। रूस और उजबेकिस्तान के साथ नजदीकी संबंध होने के कारण माना जा रहा है कि भारतीय एजेंसियों को अजामोव से पूछताछ का मौका मिल सकता है।
जून में ही अलर्ट हो गई थीं भारतीय एजेंसियां
भारत के सहयोगी देशों की एजेंसियों ने जून में चेताया था कि पैगंबर मोहम्मद विवाद से नाराज आतंकी संगठन बदला लेने की कार्रवाई कर सकते हैं। इसके बाद भारत ने तुर्की, कतर और उजबेकिस्तान जैसे मध्य एशियाई देशों से आने वाले लोगों के लिए वीजा स्क्रीनिंग की प्रक्रिया कड़ी कर दी थी। इसी से बचने के लिए अजामोव ने मॉस्को के रास्ते भारत आने की योजना बनाई थी ताकि वह कड़ी सुरक्षा प्रक्रिया से बच सके।
इसी साल रूस पहुंचा था आतंकी
FSB द्वारा जारी किए गए एक वीडियो में IS आतंकी को पूरी साजिश कबूल करते हुए सुना जा सकता है। आतंकी कह रहा है कि वह 2022 में रूस आया था जहां से उसे भारत के लिए निकलना था। उसने बताया कि भारत में उसे IS के अन्य आतंकी मिलते, जो उसे पैंगबर मोहम्मद के अपमान का बदला लेने के लिए IS के निर्देश पर आतंकी हमला करने के लिए जरूरी सामान देते।
IS नेताओं ने तुर्की में किया था आरोपी को भर्ती
FSB के अनुसार, आरोपी अप्रैल से जून के बीच तुर्की में था जहां IS के एक नेता ने उसे आत्मघाती हमलावर के तौर पर भर्ती किया। उन्होंने यह सारा काम टेलीग्राम और तुर्की की राजधानी इस्तांबुल में व्यक्तिगत बैठकों के जरिए किया। बयान के अनुसार, इसके बाद उसे रूस जाने, वहां सारे जरूरी दस्तावेज तैयार करने और फिर एक बड़ा आतंकी कृत्य करने के लिए भारत जाने का कार्य दिया गया।
क्या है पैगंबर मोहम्मद के अपमान का मामला?
27 मई को एक टीवी न्यूज चैनल पर डिबेट के दौरान भाजपा नेता नुपुर शर्मा ने पैंगबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की थी। जल्दी ही ये ये टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई जिसके बाद भारत को दुनियाभर, खासकर अरब देशों, में शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था। नुपुर की टिप्पणी के बाद देश के कई राज्यों में हिंसा भी हुई थी। विवाद के बाद भाजपा ने नुपुर को पार्टी से निलंबित कर दिया था