भारत और चीन की झड़प की आशंका बरकरार, आसपास अड्डे बना रही चीनी सेना- अमेरिकी रिपोर्ट
अमेरिका खुफिया एजेंसियों ने भारत और चीन संबंधों को लेकर चेतावनी जारी की है। एजेंसियों ने कहा है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर दोनों देशों की सेनाओं की उपस्थिति जारी है, जिससे सीमा पर सशस्त्र संघर्ष की आशंकाएं बनी हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन अपनी शक्ति दिखाने के लिए श्रीलंका और पाकिस्तान समेत कई देशों में अपने सैन्य अड्डे बनाना चाहता है। वार्षिक खतरा मूल्यांकन रिपोर्ट, 2024 में ये बात कही गई है।
तनावपूर्ण बने रहेंगे भारत-चीन संबंध- रिपोर्ट
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत और चीन के बीच विवादित सीमा उनके द्विपक्षीय संबंधों में तनाव की वजह बनी रहेगी। हालांकि, दोनों पक्ष 2020 के बाद से सीमा पार झड़पों में शामिल नहीं हुए हैं, लेकिन वे बड़ी सेना की तैनाती बनाए हुए हैं। इस वजह से दोनों देशों के बीच छिटपुट मुठभेड़ों का खतरा बना हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, जब तक सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति नहीं होगी, तब तक द्विपक्षीय संबंध सामान्य नहीं हो सकते।
भारत के आसपास सैन्य अड्डे बनाने की तैयारी में चीन
रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन श्रीलंका, पाकिस्तान, म्यांमार जैसे भारत के पड़ोसी देशों के अलावा क्यूबा, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), सेशेल्स, ताजिकिस्तान और तंजानिया में भी सैन्य अड्डे बनाने की योजना पर काम कर रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) शक्ति दिखाने और विदेशों में चीन के हितों की रक्षा करने के प्रयास में विदेशी सैन्य प्रतिष्ठानों की स्थापना और पहुंच समझौतों को जारी रखेगी।
रिपोर्ट में भारत-पाकिस्तान संबंधों का भी जिक्र
रिपोर्ट में लिखा है, "भारत और पाकिस्तान 2021 की शुरुआत में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम के नवीनीकरण के बाद अपने संबंधों में मौजूदा नाजुक शांति को बनाए रखने के लिए इच्छुक हैं। हालांकि, किसी भी पक्ष की सरकार ने अपने द्विपक्षीय संबंधों के पुनर्निर्माण के लिए शांति की इस अवधि का उपयोग नहीं किया है। दोनों देश चुनाव संबंधी गतिविधियों और प्रचार-प्रसार सहित अधिक महत्वपूर्ण घरेलू प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित किए हैं।"
अमेरिका के लिए रूस, चीन और ईरान को सबसे बड़ा खतरा- रिपोर्ट
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका बहुत अस्थिर दुनिया का सामना कर रहा है, जिसमें वैश्विक ताकतों के बीच तनाव चल रहा है। रिपोर्ट में अमेरिका को रूस, चीन और ईरान से खतरा बताते हुए कहा गया है कि ये वर्तमान अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं। इसके अलावा रिपोर्ट में नाजुक वैश्विक व्यवस्था, चीन की सैन्य विस्तार योजना, आक्रामक साइबर अभियान और 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों को प्रभावित करने के संभावित प्रयास का भी जिक्र है।