अमेरिका के H-1B वीजा को 'विवेकपूर्ण तरीके से रद्द' करने का भारतीयों पर क्या असर पड़ेगा?
क्या है खबर?
अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन की आव्रजन संबंधी कार्रवाई जारी है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कई H-1B वीजाधारकों के साथ ही उनके आश्रितों (H-4) वीजाधारकों को इमेल भेजकर सूचित किया गया है कि उनके वीजा 'विवेकपूर्ण रूप से रद्द' कर दिया गया है। यह कदम अमेरिका द्वारा विदेशियों के देश में प्रवेश से पहले उनकी सोशल मीडिया पृष्ठभूमि की जांच किए जाने के आदेश के बाद उठाया गया है। आइए जानते हैं इसका भारतीयों पर क्या असर होगा।
कदम
अमेरिका ने क्या उठाया कदम?
अमेरिका दूतावासों ने कई H-1B और H-4 वीजा धारकों को ईमेल भेजकर सूचित किया है कि उनके वीजा 'विवेकपूर्ण रूप से रद्द' कर दिए हैं। ईमेल में कहा गया है कि यह निरस्तीकरण तत्काल प्रभाव से लागू होगा, बशर्ते कि वीजा धारक अमेरिका में मौजूद न हों। हालांकि, जो लोग अमेरिका छोड़ने की योजना बना रहे हैं, उनके लिए निरस्तीकरण उनके बाहर निकलते ही तत्काल प्रभाव से लागू हो जाएगा। इससे H-1B और H-4 वीजा धारकों खलबली मच गई है।
वीजा
क्या है H-1B और H-4 वीजा?
H-1B वीजा एक गैर-अप्रवासी कार्य वीजा है जिसका उपयोग अमेरिकी प्रौद्योगिकी और अन्य कंपनियां विदेशी कुशल श्रमिकों को अपने यहां नियुक्ति देने के लिए करती हैं। इसी तरह H-4 वीजा H-1B वीजा धारकों के जीवनसाथी और नाबालिग बच्चों को जारी किया जाता है, उन्हें देश के भीतर रहने, अध्ययन करने और यात्रा करने की अनुमति देता है। बता दें कि अमेरिका द्वारा जारी कुल H-1B और H-4 वीजा में 70 प्रतिशत से अधिक भारतीयों को प्राप्त हैं।
सवाल
वीजा के 'विवेकपूर्ण तरीके से रद्द' किए जाने का क्या है मतलब?
अमेरिका में वीजा को 'विवेकपूर्ण तरीके से रद्द' करना एक अस्थायी, एहतियाती कार्रवाई है। इसका मतलब यह नहीं है कि आपका वीजा रद्द या अस्वीकृत कर दिया गया है। यदि कोई व्यक्ति देश में है, तो इससे उसकी वीजा स्थिति पर कोई असर नहीं पड़ता। हालांकि, इसका मतलब यह है कि साक्षात्कार के दौरान वीजा स्थिति की समीक्षा की जाएगी। इसमें अब उनका सोशल मीडिया इतिहास भी देख जाएगा। उसकी जांच के बाद ही वीजा जारी किया जाएगा।
ईमेल
अमेरिकी दूतावास ने किन वीजा धारकों को भेजा ईमेल?
आव्रजन मामलों की वकील एमिली न्यूमैन ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'अमेरिका उन लोगों को ईमेल भेज रहा है जिनका कानून प्रवर्तन एजेंसियों से किसी भी प्रकार का संपर्क रहा है। ऐसा तब भी हो रहा है जब संबंधित लोगों को किसी आपराधिक मामले में दोषी नहीं ठहराया गया हो।' वीजा रद्द होने से अमेरिका में वैध रूप से रहने पर कोई असर नहीं पड़ता, लेकिन इसका मतलब है कि अगले वीजा आवेदन में सभी मुद्दों की जांच की जाएगी।
बयान
दोबारा जांच की आवश्यक होने पर उठाया जाता है यह कदम
ह्यूस्टन स्थित आव्रजन कानून फर्म रेड्डी न्यूमैन ब्राउन पीसी ने बताया कि विवेकपूर्ण वीजा रद्द करने की प्रक्रिया तब की जाती है जब विदेश विभाग को उसे लगता है कि किसी वीजा धारक के मामले में आगे जांच की जरूरत है। कंपनी ने आगे कहा, "हमारा मकसद सावधानी बरतना है। वीजा को सावधानीपूर्वक रद्द करके सरकार यह सुनिश्चित करती है कि जब तक समस्या का समाधान नहीं हो जाता, तब तक वह व्यक्ति दोबारा अमेरिका में प्रवेश नहीं कर सकता।"
असर
अमेरिका के इस कदम का भारतीयों पर क्या पड़ेगा असर?
इस कदम का भारतीयों पर व्यापक प्रभाव पड़ने की संभावना है, जिनमें से अधिकांश H-1B वीजा धारक हैं। H-1B वीजा पर अमेरिका में रह रहे भारतीय वीजा की वैधता अवधि समाप्त होने तक देश में आसानी से रह सकते हैं, लेकिन जो लोग किसी कारण से देश छोड़कर बाहर निकल जाएंगे वे मौजूदा H-1B वीजा पर वापस अमेरिका में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। ऐसे में अब उन्हें भारत लौटने की सभी योजनाओं को स्थगित करना होगा।
परेशानी
अमेरिका छोड़ने वाले H-1B वीजा धारकों को है बड़ी परेशानी
ईमेल प्राप्त करने वाले वो भारतीय H-1B वीजा धारक, जो वर्तमान में अमेरिका से बाहर हैं और दोबारा अमेरिका जाना चाहते हैं, उन्हें अब अपने H-1B वीजा के लिए दोबारा आवेदन करना होगा। हालांकि, इससे उम्मीदवारों की जांच-पड़ताल और भी कड़ी हो जाएगी। इस कदम से अब अमेरिका में H-1B वीजा धारकों और उनके परिवारों के लिए अनिश्चितता और भ्रम की स्थिति और भी बढ़ जाएगी। इसके साथ ही उनके सोशल मीडिया की भी जांच की जाएगी।