
बरेली में छात्रा करने वाली थी आत्महत्या, मेटा की मदद से पुलिस ने कैसे बचाई जान?
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के बरेली में रहने वाली 20 वर्षीय छात्रा सोमवार को खौफनाक कदम उठाने वाली थी, लेकिन मेटा और पुलिस की तत्परता से उसकी जान बच गई। दरअसल, छात्रा एक युवक से प्रेम करती है, जिसने उसका नंबर ब्लॉक कर दिया था, जिसके बाद छात्रा आत्महत्या करने वाली थी। इस बीच मेटा को इसकी जानकारी हुई, उसने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने 16 मिनट में छात्रा को बचा लिया। मेटा ने इसे कैसे अंजाम दिया, आइए जानते हैं।
घटना
क्या है पूरा मामला?
सीबीगंज थाना क्षेत्र में रहने वाली छात्रा BA तृतीय वर्ष में पढ़ती है। कुछ समय पहले उसकी इंस्टाग्राम में एक युवक से दोस्ती हुई थी, जो धीरे-धीरे प्यार में बदल गई और दोनों बातचीत करने लगे। रविवार को युवक और छात्रा का किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया, जिसके बाद युवक ने छात्रा से बातचीत बंद कर दी और नंबर ब्लॉक कर दिया। बातचीत न होने से छात्रा परेशान हो गई और उसने घर में रखा सल्फास खा लिया।
सुरक्षा
कैसे बची छात्रा की जान?
छात्रा ने गेहूं में डालने के लिए घर में रखी सल्फास की गोलियां खाई और इंस्टाग्राम पर पैकेट दिखाते हुए पोस्ट कर दिया। उसने दोपहर 12:45 बजे आत्महत्या का पोस्ट डाला, जिसे मेटा ने कैच किया और उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय को अलर्ट भेज दिया। मुख्यालय ने तत्परता दिखाई और छात्रा की लोकेशन खोजकर सीबीगंज पुलिस को छात्रा के घर भेजा। पुलिस घर पहुंची तो छात्रा उल्टी कर रही थी। पुलिस ने 16 मिनट में छात्रा अस्पताल पहुंचाकर उसे बचाया।
जानकारी
पुलिस बचा चुकी है 1,315 लोगों की जान
उत्तर प्रदेश पुलिस ने फेसबुक और इंस्टाग्राम पर आत्महत्या से संबंधित पोस्ट पर अलर्ट जारी करने के लिए मेटा के साथ 2022 मेंं एक प्रणाली स्थापित की थी। इसकी मदद से पुलिस जनवरी 2023 से अगस्त तक कुल 1,315 लोगों की जान बचा चुकी है।
जानकारी
आत्महत्या के विचार पर यहां से लें सहायता
अगर आप या आपके जानने वाले किसी भी प्रकार के तनाव से गुजर रहे हैं और आत्महत्या करने के विचार आ रहे हैं तो आप समाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्रालय के हेल्पलाइन नंबर 1800-599-0019 या आसरा NGO के हेल्पलाइन नंबर 91-22-27546669 पर संपर्क करें।