#NewsBytesExplainer: मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाए जाने के मामले में क्या थी आरोपियों की भूमिका?
मणिपुर में जारी हिंसा के बीच कुकी समुदाय की 2 महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाए जाने और उनके यौन उत्पीड़न के मामले में सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। मुख्य आरोपी हुइरेम हेरोदास मैतेई समेत 4 आरोपियों की न्यायिक हिरासत पर एक कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान पूरे घटनाक्रम और आरोपियों की भूमिका के बारे में अहम जानकारियां सामने आई हैं। आइए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं।
मैतेई संगठनों ने कुकी गांव पर किया था हमला
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, घटना वाले दिन यानी 4 मई को दोपहर करीब 3 बजे अज्ञात मैतेई उपद्रवियों का समूह जबरदस्ती एक कुकी गांव में घुस गया था और घरों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। यह सभी उपद्रवी मैतेई लीपुन, कांगलेइपाक कनबा लुप, अरामबाई तेंगगोल और वर्ल्ड मैतेई काउंसिल जैसे मैतेई युवा संगठनों के सदस्य थे और इनकी संख्या करीब 900 से 1,000 के बीच थी। भीड़ AK राइफल, इंसास और .303 कैलिबर राइफल जैसे अत्याधुनिक हथियारों से लैस थी।
दोस्त के साथ शराब पी रहा था मुख्य आरोपी हुइरेम
विशेष लोक अभियोजक ने कोर्ट को बताया कि मुख्य आरोपी हुइरेम अपने एक दोस्त के साथ स्थानीय बाजार में शराब पी रहा था और तभी उसने भीड़ को नोंगपोक सेकमाई पुलिस स्टेशन के अंदर जाते हुए देखा। ये दोनों भीड़ में शामिल हो गए, जिसके बाद भीड़ आसपास के कुकी गांवों की तरफ बढ़ गई। भीड़ ने पुलिस स्टेशन से हथियार लूटने की कोशिश भी की थी, लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो पाई।
हुइरेम ने भीड़ के साथ मिलकर फाड़े थे महिलाओं के कपड़े
हुइरेम ने भीड़ के कुकी गांव में पहुंचने से पहले कुछ लोगों को 2 महिलाओं को लाते हुए देखा। आरोप है कि हुइरेम ने भीड़ में शामिल होकर दोनों महिलाओं के कपड़े फाड़ दिए और उनको जबरदस्ती पकड़कर छेड़छाड़ करने लगा। इसके बाद भीड़ दोनों महिलाओं को निर्वस्त्र कर एक खेत में ले गई। इस दौरान हुइरेम को उसकी पत्नी ने फोन किया, जिसके बाद वह अपने घर चला गया।
हुइरेम के साथी ने भी कुकी गांव पर किया था हमला
पुलिस ने हुइरेम से पूछताछ के आधार पर उसके साथी और एक अन्य आरोपी अरुण को गिरफ्तार किया था। अरुण अपने 3 साथियों के साथ दोपहर का खाना खा रहा था, जिसके बाद उसने भीड़ को पुलिस स्टेशन के अंदर जाते देखा था। कुछ देर तक भीड़ की गतिविधियों को देखने के बाद अरुण भी अन्य लोगों के साथ भीड़ में शामिल हो गया और आसपास के कुकी गांवों की तरफ बढ़ गया।
एक आरोपी ने बनाई थी महिलाओं की वीडियो
मामले का एक और आरोपी जिबान भी कुकी गांवों में तोड़फोड़ करने वाली भीड़ में शामिल था। आरोप है कि जब भीड़ ने महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमाया तो जिबान ने मोबाइल से इसका वीडियो रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया। घटना के कुछ दिनों के बाद जिबान ने वीडियो को अपने चचेरे भाई के साथ साझा किया था, जो बाद में वायरल हो गया। पुलिस ने जिबान के भाई को भी गिरफ्तार कर लिया है।
मणिपुर में 3 मई को भड़की थी हिंसा
मणिपुर में 3 मई को कुकी समुदाय ने गैर-आदिवासी मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा दिए जाने के खिलाफ एकजुटता मार्च निकाला था, जिसके बाद हिंसा भड़क गई थी। मणिपुर हिंसा में 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोग बेघर हो चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर सुनवाई की थी और केंद्र सरकार को फटकार लगाई थी।