हाथरस हादसे पर भोले बाबा का पहला बयान, बोले- दुखी हूं, दोषी बख्शे नहीं जाएंगे
हाथरस में हुई भगदड़ के बाद पहली बार सूरजपाल उर्फ भोले बाबा का बयान सामने आया है। उसने कहा कि घटना के बाद से वे बहुत दुखी हैं और हादसे के जिम्मेदार उपद्रवियों को छोड़ा नहीं जाएगा। बाबा ने कहा, "प्रभु हमें दुख की घड़ी से उबरने की शक्ति दें। सभी शासन और प्रशासन पर भरोसा बनाए रखें। हमें विश्वास है कि जो भी उपद्रवकारी हैं, वो बख्शे नहीं जाएंगे।"
बाबा ने क्या कहा?
समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए बाबा ने कहा, "हमने अपने वकील के माध्यम से समिति के महापुरुषों से यह प्रार्थना की है कि दिवंगत आत्माओं के परिजनों एवं घायलों के साथ जीवन पर्यंत तन-मन-धन से खड़ा रहने का आग्रह किया है। इसको सभी ने माना भी है और सभी इस जिम्मेदारी को निभा रहे हैं। सभी महामन का सहारा ना छोड़ें। वर्तमान समय में वहीं माध्यम हैं। सभी को सदमति और सदबुद्धि प्राप्त होने की इच्छा रखते हैं।"
पहले बाबा ने जारी किया था लिखित संदेश
बता दें कि हादसे के बाद से ही बाबा सूरजपाल गायब था। 4 दिन बाद अब पहली बार बाबा मीडिया के सामने आया है। हालांकि, इससे पहले बाबा का एक लिखित बयान सामने आया था, जिसमें उसने मृतकों के प्रति दुख जताया था और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना की थी। लिखित संदेश में बाबा सूरजपाल कहा था कि कुछ अराजक तत्वों ने ये भगदड़ मचाई, जिसके कारण इतना बड़ा हादसा हुआ है।
मुख्य आरोपी भी गिरफ्तार
हादसे का मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को भी पुलिस ने 5 जुलाई की देर रात गिरफ्तार कर लिया है। मधुकर पर एक लाख रुपये का इनाम था और वो हादसे के बाद से ही फरार था। हादसे के बाद बाबा ने उससे फोन पर बात भी की थी। हादसे के बाद मधुकर के घर के सदस्य भी लापता थे। मधुकर को मिलाकर अब तक इस मामले में 7 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
मायावती बोलीं- बाबाओं के खिलाफ होनी चाहिए कार्रवाई
बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सुप्रीमो मायावती ने हादसे पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, 'गरीबों, दलितों व पीड़ितों को अपनी गरीबी व अन्य दुखों को दूर करने के लिए हाथरस के भोले बाबा जैसे बाबाओं के अंधविश्वास व पाखण्डवाद के बहकावे में आकर अपने दुःख व पीड़ा को और नहीं बढ़ाना चाहिए। हाथरस काण्ड में, बाबा भोले सहित अन्य जो भी दोषी हैं, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे अन्य और बाबाओं के विरुद्ध भी कार्रवाई होनी जरूरी।'
हादसे में मारे गए थे 121 लोग
2 जुलाई को हाथरस के सिकंदराराऊ में भोले बाबा के सत्संग के समापन पर बाहर निकलते समय भगदड़ मच गई थी। बताया जाता है कि सत्संग के बाद श्रद्धालु बाबा के काफिले के पीछे उनके चरणों की धूल लेने के लिए दौड़े। इस दौरान आयोजकों की लापरवाही से भगदड़ मची और कुचलने से 121 लोगों की मौत हो गई। घटना की जांच के लिए हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जज की अध्यक्षता में टीम गठित की गई है।