हाथरस हादसा: भोले बाबा के वकील का दावा, कहा- 10-12 लोगों ने छिड़का था नशीला पदार्थ
उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ के मामले में उपदेशक सूरजपाल उर्फ भोले बाबा के वकील एपी सिंह ने रविवार को घटना को लेकर चौंकाने वाला दावा किया है। उन्होंने कहा कि ये केवल भगदड़ की घटना नहीं है, बल्कि भोले बाबा के खिलाफ बड़ी साजिश है। सत्संग में 10-12 लोगों ने भीड़ पर नशीला पदार्थ छिड़का था। इसके बाद भगदड़ मची और दम घुटने से लोगों की मौत हुई है।
वकील सिंह ने क्या दिया बयान?
वकील सिंह ने कहा, "हाथरस घटना की साजिश में 15-16 लोग शामिल थे। इस कार्यक्रम की अनुमति ली गई थी। भगदड़ के स्थान पर कुछ अज्ञात वाहन थे। 10-12 लोगों ने नशीला पदार्थ जहर छिड़क दिया। इसके कारण भगदड़ मची और लोगों की दम घुटने से मौत हुई।" उन्होंने कहा, "घटना के बाद आरोपी गाड़ियों में बैठकर मौके से फरार हो गए। ऐसे में CCTV फुटेज को जब्त किया जाना चाहिए। उनसे आरोपियों की पहचान हो सकेगी।"
भोले बाबा ने शनिवार को दिया था पहला बयान
इस मामले में शनिवार को भोले बाबा ने कहा था, "प्रभु हमें दुख की घड़ी से उबरने की शक्ति दें। सभी शासन और प्रशासन पर भरोसा बनाए रखें। हमें विश्वास है कि जो भी उपद्रवकारी हैं, वो बख्शे नहीं जाएंगे।" उन्होंने कहा था, "हमने अपने वकील के माध्यम से समिति के महापुरुषों से दिवंगत आत्माओं के परिजनों एवं घायलों के साथ जीवन पर्यंत तन-मन-धन से खड़ा रहने का आग्रह किया है। इसको सभी ने माना भी है।"
हादसे में मारे गए थे 121 लोग
2 जुलाई को हाथरस के सिकंदराराऊ में भोले बाबा के सत्संग के समापन पर बाहर निकलते समय भगदड़ मच गई थी। बताया जाता है कि सत्संग के बाद श्रद्धालु बाबा के काफिले के पीछे उनके चरणों की धूल लेने के लिए दौड़े। इस दौरान आयोजकों की लापरवाही से भगदड़ मची और कुचलने से 121 लोगों की मौत हो गई। घटना की जांच के लिए हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जज की अध्यक्षता में टीम गठित की गई है।