कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक हुए लोगों के लिए नए नियम बना रही सरकार
क्या है खबर?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तकनीकी शाखा कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके लोगों के लिए नए नियम बना रही है।
दरअसल, महामारी से ठीक होने के बाद कई लोगों को दूसरी स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ऐसे में सरकार ने संक्रमण के दीर्घकालीन प्रभावों को देखते हुए नए नियम जारी करने का फैसला किया है।
जानकारी के लिए बता दें कि देश में लगभग 8.5 लाख लोग कोरोना वायरस को हराकर ठीक हो चुके हैं।
जरूरत
स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझ रहे कोरोना से ठीक हुए लोग
स्वास्थ्य मंत्रालय के ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (OSD) राजेश भूषण ने कहा, "मंत्रालय कोरोना संक्रमण से ठीक हुए ऐसे लोगों के लिए दिशानिर्देश तैयार कर रहा है जो दूसरी स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। ऐसा सामने आया है कि कुछ लोगों को सांस लेने में परेशानी, दिल, लीवर और आंख आदि से जुड़ी समस्याएं आ रही हैं। इसे देखते हुए विशेषज्ञ नियम बना रहे हैं कि ऐसे लोगों को कैसे अपना ध्यान रखना चाहिए।"
परेशानी
कोरोना से ठीक होने के बाद रहते हैं ये लक्षण
AIIMS में काम कर चुके डॉक्टर जीसी खिलनानी के अनुसार, "संक्रमण से ठीक होने के बाद लोगों में बुखार और सांस लेने में परेशानी दूर हो सकती है, लेकिन उनमें सुस्ती, नींद न आना, भूख न लगना, शरीर में दर्द रहना और बार-बार बुखार जैसे लक्षण लंबे समय तक रह सकते हैं। कुछ लोगों ने बैचेनी और अवसाद की भी शिकायत की है।"
जानकारों का कहना है कि संक्रमण से पूरी तरह ठीक होने में कई हफ्ते लग सकते हैं।
गृह मंत्रालय
तकनीकी शाखा में जुड़े हैं कई विशेषज्ञ
स्वास्थ्य मंत्रालय की तकनीकी शाखा में इस क्षेत्र से जुड़े कई विशेषज्ञ काम कर रहे हैं।
स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक डॉक्टर राजीव गर्ग इस शाखा के प्रमुख हैं।
उनके अलावा इस शाखा में दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान (AIIMS) के विशेषज्ञों के साथ-साथ भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के भारतीय कार्यालय के प्रतिनिधि भी शामिल हैं।
यह शाखा कोरोना संक्रमण से लड़ाई, टेस्टिंग, आइसोलेशन आदि मुद्दों पर तकनीकी सलाह देती है।
कोरोना वायरस
एक से तीन सप्ताह में ठीक हो जाते हैं अधिकतर मरीज
जानकारों का कहना है कि जिन लोगों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ती वो एक से तीन सप्ताह में ठीक हो जाते हैं।
हालांकि, कुछ मामलों में ठीक होने के कुछ दिन बाद भी छींक, बुखार, थकान जैसे लक्षण रहते हैं।
ऐसे मामलों में शरीर के इम्युन सिस्टम को कोरोना से लड़ाई में थोड़ा समय लगता है।
वहीं कोरोना से पूरी तरह ठीक होने का मतलब है कि किसी व्यक्ति में कोई भी लक्षण दिखाई न दें।
जानकारी
कुछ लोगों को लग सकता है छह सप्ताह का समय
वहीं जिन लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है और ऑक्सीजन सपोर्ट के अलावा वेंटिलेटर की जरूरत पड़ती है, उन्हें पूरी तरह ठीक होने में अपेक्षाकृत ज्यादा समय लगता है। ऐसे मरीज ठीक होने में तीन से छह हफ्ते ले सकते हैं।