गोंडा रेल हादसे की वजह आई सामने, कैसे 2 मिनट की देरी से हुई 4 मौतें?
क्या है खबर?
18 जुलाई को चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश के गोंडा के मनकापुर में हादसे का शिकार हो गई थी।
अब हादसे की जांच कर रहे रेलवे अधिकारियों की 5 सदस्यीय टीम ने दुर्घटना के लिए रेल पटरी को ठीक से बांधे न जाने को जिम्मेदार ठहराया है। यानी ट्रैक में गड़बड़ी की वजह से यह हादसा हुआ था।
कहा गया है कि घटनास्थल की 350 मीटर के आसपास ट्रैक में खराबी थी।
देरी
2 मिनट की देरी के चलते हुआ हादसा
रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रेन ने दोपहर 2:28 बजे मोतीगंज स्टेशन को पार किया था।
इसके 2 मिनट बाद यानी 2:30 बजे मोतीगंज स्टेशन मास्टर को चेतावनी जारी की गई थी। इसमें खराब ट्रैक वाले स्थान से ट्रेन को निकालने के लिए 30 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार रखने का आदेश दिया गया था।
हालांकि, जब तक ये चेतावनी स्टेशन मास्टर को मिली, तब तक ट्रेन स्टेशन को पार कर गई थी और 2:32 पर हादसे का शिकार हो गई।
कार्रवाई
इंजीनियरिंग विभाग पर हो सकती है कार्रवाई
रेलवे की संयुक्त जांच में कहा गया है, "जब दोष का पता चला (दोपहर 1.30 बजे) तो चेतावनी आदेश जारी होने तक उस स्थान को संरक्षित किया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया, जिसके कारण ट्रेन पटरी से उतर गई। इसके लिए इंजीनियरिंग विभाग जिम्मेदार है।"
हादसे के वक्त ट्रेन 70 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से जा रही थी। रिपोर्ट आने के बाद रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग पर कार्रवाई हो सकती है।
रेलवे
रेलवे बोला- अभी कुछ कहना जल्दबाजी
जहां घटना हुई, वो पूर्वोत्तर रेलवे जोन में आता है। इसके मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने PTI को बताया कि संयुक्त जांच रिपोर्ट के आधार पर किसी निष्कर्ष पर पहुंचना गलत है।
उन्होंने कहा, "रेलवे सुरक्षा आयुक्त (CRS) द्वारा जांच पहले ही शुरू हो चुकी है। इसमें तकनीकी विवरण और छोटी-छोटी जानकारियों के साथ दुर्घटना के हर पहलू की विस्तृत जांच की जाएगी। संयुक्त जांच में कई महत्वपूर्ण बातें सामने नहीं आती हैं, इसलिए यह बहुत जल्दबाजी होगी।"
ऑडियो
लोको पायलट का ऑडियो भी सामने आया
हादसे में 4 यात्रियों की मौत हो गई थी और 25 लोग घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है।
हादसे के बाद ट्रेन के लोको पायलट का ऑडियो भी सामने आया है, जिसमें वो रोते हुए कंट्रोल रूम को घटना की जानकारी दे रहा है।
ऑडियो में लोको पायलट ने कहा, "बहुत बड़ा डिरेलमेंट हो गया। कई बोगियां डिरेल हो गई हैं। कई लोग दबे हैं, लोग परेशान हैं। मैं क्या करूं समझ नहीं आ रहा?"