गोवा नाइट क्लब का सह-मालिक अजय गुप्ता दिल्ली से गिरफ्तार, कहा- मैं सिर्फ साझेदार था
क्या है खबर?
गोवा के अरपोरा स्थित बर्च बाय रोमियो लेन नाइट क्लब में लगी आग के मामले में पुलिस ने मंगलवार देर रात को लूथरा बंधु के सहयोगी और क्लब के सह-मालिक अजय गुप्ता को गिरफ्तार किया है। गुप्ता क्लब के 4 मालिकों में शामिल हैं। उन्हें दिल्ली से पकड़ा गया है। अग्निकांड मामले में यह गोवा पुलिस की छठी गिरफ्तारी है। अभी गौरव लूथरा और सौरभ लूथरा के अलावा एक अन्य सह-मालिक सुरिंदर कुमार खोसला फरार हैं।
पूछताछ
गुप्ता ने कहा- मैं सिर्फ साझेदार था
गुप्ता ने गिरफ्तारी के बाद न्यूज18 को बताया कि लूथरा बंधु के साथ क्लब के कारोबार में सिर्फ सहयोगी थे, इसके अलावा उन्हें कुछ पता नहीं। उन्होंने बताया कि उनकी भागीदारी सीमित थी। उन्होंने क्लब चलाने संबंधी जिम्मेदारियों और उन निर्णयों से खुद को अलग किया है, जो घटना के जिम्मेदार हैं। गुप्ता को बुधवार को गोवा लाया जाएगा, जहां उनसे पूछताछ होगी। गुप्ता का नाम, लूथरा बंधुओं के साथ, नाइटक्लब के वस्तु एवं सेवा कर (GST) दस्तावेजों पर है।
गिरफ्तारी
अब तक कौन-कौन गिरफ्तार?
गोवा पुलिस ने बताया कि वह खोसला को गिरफ्तार करने उनके दिल्ली स्थित घर पहुंची थी, लेकिन वह नहीं मिले। उनके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी हुआ है। इसके बाद गुप्ता को ट्रेस किया गया और उत्तरी दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। उसने क्लब में काफी निवेश किया था। पुलिस ने अभी तक क्लब के मुख्य महाप्रबंधक राजीव मोदक, महाप्रबंधक विवेक सिंह, बार प्रबंधक राजवीर सिंघानिया, गेट प्रबंधक प्रियांशु ठाकुर और अपार्टमेंट संचालन प्रबंधक भरत सिंह को गिरफ्तार किया है।
जांच
लूथरा बंधु थाईलैंड फरार, सरकार ने ध्वस्त किया क्लब
गोवा पुलिस ने अग्निकांड मामले में लूथरा बंधु के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और बिना दस्तावेज लाइसेंस लेने समेत कई आरोपों में FIR दर्ज की है। दोनों थाईलैंड में हैं। मंगलवार को मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के निर्देश पर उनके वागाटोर में स्थित रोमियो लेन बीच क्लब को गिरा दिया गया। सरकार ने मामले की जांच के लिए 4 सदस्यीय मजिस्ट्रियल जांच समिति बनाई है। साथ ही नाइट क्लब, रेस्टोरेंट, बार और इवेंट वेन्यू के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
आग
क्लब में कैसे लगी थी आग?
बाय रोमियो लेन क्लब में शनिवार-रविवार की रात क्लब के अंदर की जा रही आतिशबाजी के कारण आग लग गई थी। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि क्लब ने अवैध निर्माण किया था, आने-जाने का रास्ता तंग था और सुरक्षा मानकों की पूरी तरह से अनदेखी की गई थी। मुख्यमंत्री सावंत ने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की सहायता राशि देने की भी घोषणा की है।