भारत में होने जा रहे G-20 शिखर सम्मेलन में कौन शामिल होगा और कौन नहीं?
दिल्ली में आगामी 9 और 10 सितंबर को G-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन होगा, जिसमें विश्व के कई शीर्ष नेता शिरकत करने पहुंचेंगे। यह 18वां शिखर सम्मेलन कई मायनों में खास है क्योंकि भारत पहली बार G-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। इस साल सम्मेलन की थीम 'वसुधैव कुटुंबकम' यानि 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' है। आइए जानते हैं कि सम्मेलन की तैयारियां कैसी चल रही हैं और इसमें किन-किन देशों के शीर्ष नेता हिस्सा लेंगे।
G-20 शिखर सम्मेलन की तैयारियां जोरों पर
दिल्ली में G-20 शिखर सम्मेलन की तैयारियां जोरों पर है। आयोजन के मद्देनजर दिल्ली में सभी केंद्रीय कार्यालय, बैंक और वित्तीय संस्थान 8 से 10 सितंबर तक बंद रहेंगे। इसके अलावा दिल्ली सरकार ने अपने आदेश में कहा कि इस महत्वपूर्ण 3 दिवसीय आयोजन को देखते हुए शहर भर के सभी शैक्षणिक संस्थान, सरकारी और निजी कार्यालय भी बंद रहेंगे। दिल्ली पुलिस ने विदेशी महमानों की सुरक्षा को देखते हुए सरकार से सार्वजनिक अवकाश का आग्रह किया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन होंगे सम्मेलन में शामिल
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन G-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 7-10 सितंबर तक भारत की यात्रा करेंगे। वह G-20 समूह के अन्य भागीदारों के साथ वैश्विक मुद्दों से निपटने के लिए संयुक्त प्रयासों पर चर्चा करेंगे। व्हाइट हाउस की ओर से कहा गया है कि इन मुद्दों में जलवायु परिवर्तन से मुकाबला करना, यूक्रेन युद्ध के व्यापक प्रभावों को कम करना और गरीबी से लड़ने के लिए विश्व बैंक सहित बहुपक्षीय विकास बैंकों की क्षमता बढ़ाना शामिल है।
ब्रिटेन और फ्रांस के शीर्ष नेता भी पहुंचेंगे दिल्ली
भारतीय मूल के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक भी G-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दिल्ली पहुंच रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस यात्रा के दौरान सुनक भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक अलग द्विपक्षीय बैठक में ब्रिटेन-भारत व्यापार वार्ता पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत पहुचेंगे। बताया जा रहा है कि वह यात्रा के दौरान दिल्ली के क्लैरिजेस होटल में ठहरेंगे।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति येओल भी होंगे शामिल
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक येओल भी G-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। भारत में दक्षिण कोरिया के राजदूत चांग जे बोक ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा था, "हमारे राष्ट्रपति 9-10 सितंबर को होने वाले शिखर सम्मेलन में आ रहे हैं। हम इस साल भारत की G-20 की अध्यक्षता का पुरजोर समर्थन करते हैं।" उन्होंने कहा था, "हमें उम्मीद है कि सितंबर में बैठक भारत सरकार द्वारा G-20 की अध्यक्षता के प्रयासों का मुख्य आकर्षण और परिणति होगी।''
चीन और कनाडा के नेता भी शिखर सम्मेलन के लिए भारत आएंगे
दिल्ली में आयोजित होने वाले G-20 शिखर सम्मेलन में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी शामिल होंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उनके ताज होटल में रुकने की संभावना है और वह अपने साथ चीन से 46 गाड़ियां का काफिला ला सकते हैं। दूसरी ओर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। ट्रूडो ने कहा, "मैं एक हफ्ते में G-20 बैठक में रहूंगा और मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि दुनिया यूक्रेन के साथ खड़ी हो।"
ऑस्ट्रेलिया और बांग्लादेश के प्रधानमंत्री भी आएंगे
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज भी 2 दिवसीय शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने अपने बयान में कहा था, "9-10 सितंबर तक प्रधानमंत्री अल्बानीज दिल्ली में आयोजित शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।" इसके अलावा बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भी शिखर सम्मेलन में भाग लेंगी। बांग्लादेश के उप उच्चायुक्त अंदालिब एलियास ने कहा, ''हम यह भी उम्मीद कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी और प्रधानमंत्री हसीना के बीच द्विपक्षीय बैठक भी होगी।''
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन नहीं होंगे सम्मेलन में शामिल
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन करके अगले महीने के G-20 शिखर सम्मेलन में व्यक्तिगत रूप से शामिल नहीं होने के अपने फैसले के बारे में बताया। विदेश मंत्रालय के अनुसार, पुतिन ने कहा कि बैठक में रूस का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव करेंगे। सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, मैक्सिको, जापान, इटली, जर्मनी, इंडोनेशिया, ब्राजील और अर्जेंटीना जैसे देशों ने सम्मेलन में शामिल होने को लेकर अभी तक कोई पुष्टि नहीं की है।
सम्मेलन के चलते दिल्ली हवाई अड्डे से 160 उड़ानें रद्द
आगामी G-20 शिखर सम्मेलन के कारण राष्ट्रीय राजधानी में यातायात प्रतिबंध लागू किए गए हैं और इसके कारण 8 से 10 सितंबर के बीच दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से आने-जाने वाली कम से कम 160 घरेलू उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। हवाई अड्डे पर उड़ानों का संचालन करने वाली दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने इस बाद की पुष्टि की है। उसने कहा कि इससे अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
न्यूजबाइट्स प्लस
G-20 समूह की स्थापना 1999 में हुई थी। यह मजबूत अर्थव्यवस्था वाले 20 देशों का समूह है। इसमें फ्रांस, इटली, जर्मनी, कोरिया, भारत, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, अर्जेंटीना, तुर्की, ब्रिटेन, जापान, अमेरिका और यूरोपीय यूनियन शामिल हैं। दुनिया की 60 प्रतिशत आबादी इन्हीं 20 देशों में रहती है और 9 परमाणु हथियार संपन्न देशों में से रूस, अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, भारत और चीन जैसे 6 देश इस वैश्विक समूह का हिस्सा हैं।