अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला: CBI ने पूर्व रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की
क्या है खबर?
केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने आज अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की। इस चार्जशीट में पूर्व रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा और पूर्व वायुसेना उप प्रमुख जसबीर सिंह पनेसर के खिलाफ आरोप तय किए गए हैं।
इन दोनों को मामले में आरोपी बनाया गया है। उनके अलावा वायुसेना के तीन अन्य पूर्व अधिकारियों को भी मामले में आरोपी बनाया गया है।
पहली चार्जशीट में इन सभी आरोपियों का नाम शामिल नहीं था।
मंजूरी
CBI ने मार्च, 2020 में मांगी थी पांचों आरोपियों के खिलाफ केस चलाने की मंजूरी
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, CBI ने मार्च, 2020 में सरकार से शर्मा और पनेसर समेत पांचों आरोपियों के खिलाफ केस चलाने की मंजूरी मांग थी और मंजूरी मिलने में देरी के कारण सितंबर, 2020 को दाखिल की गई चार्जशीट में उनका नाम नहीं शामिल किया गया था।
शर्मा घोटाले के समय रक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव (वायु) थे और बाद में रक्षा सचिव (2011-13) और नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (CAG) (2013-2017) भी बने।
जानकारी
इन तीन पूर्व वायुसेना अधिकारियों का नाम भी चार्जशीट में शामिल
शर्मा और पनेसर के अलावा जिन तीन पूर्व वायुसेना अधिकारियों के नाम सप्लीमेंट्री चार्जशीट में शामिल किए गए हैं, उनमें पूर्व डिप्टी चीफ टेस्ट पायलट एसके कुंते, विंग कमांडर (रिटायर्ड) थोमस मैथ्यू और ग्रुप कैप्टन (रिटायर्ड) एन संतोष शामिल हैं।
घोटाला
क्या है अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला?
भारतीय वायुसेना ने 2010 में 12 VVIP हेलिकॉप्टर की खरीद के लिए अगस्ता वेस्टलैंड के साथ 3,600 करोड़ रुपये का सौदा किया था।
आरोप है कि सौदे को पाने के लिए कंपनी ने भारतीय राजनेताओ और अधिकारियों को 350 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी, जिसमें से 100-125 करोड़ रुपये की रिश्वत का भुगतान हो भी गया था।
आरोप सामने आने के बाद तत्कालीन UPA सरकार ने अगस्त, 2014 में सौदा रद्द कर CBI जांच के आदेश दिए थे।
आरोपी
पूर्व वायुसेना प्रमुख हैं मामले में मुख्य आरोपी
शुरूआती जांच के बाद CBI ने 1 सितंबर, 2017 को मामले में चार्जशीट दाखिल की। इसमें पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी को मुख्य आरोपी बनाया गया।
उन पर आरोप है कि अगस्ता वेस्टलैंड को रेस में लाने के लिए उन्होंने VVIP हेलिकॉप्टर की उड़ने की ऊंचाई 6,000 मीटर से घटाकर 4,500 मीटर कर दी थी।
वायुसेना इस बदलाव के खिलाफ थी, लेकिन त्यागी ने प्रमुख बनने के बाद इसे मंजूरी दे दी। उन्हें 2016 में गिरफ्तार किया गया था।
बिचौलिये
बिचौलियों की मदद से किया गया था घोटाला
CBI की जांच के अनुसार, भारतीय अधिकारियों को सौदे के लिए राजी करने के लिए अगस्ता वेस्टलैंड ने क्रिश्चियन मिशेल समेत तीन बिचौलियों की सेवा ली थी।
कंपनी ने रिश्वत के पैसे उन्हें ही दिए थे, जिन्हें भारतीय अधिकारियों को दिया जाना था।
मिशेल के पास से घोटाले की 'बजट डायरी' भी बरामद हुई थी जिसमें उसने किसे कितनी रिश्वत दी गई, ये लिखा हुआ था।
मिशेल 2018 में प्रत्यर्पण के बाद से भारत की जेल में बंद है।