दिल्ली में जमकर चले पटाखे, लेकिन पिछले 8 साल में दिवाली के बाद सबसे कम प्रदूषण
क्या है खबर?
देश की राजधानी दिल्ली में कल दिवाली की रात प्रतिबंध के बावजूद जमकर पटाखे चले, जिसके कारण शहर की हवा सांस लेने लायक नहीं रह गई है।
शाम ढलते ही शहर में पटाखे फूटना शुरू हो गए और देर रात तक इनका शोर सुनाई देता रहा।
आज सुबह 6:00 बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 323 दर्ज किया गया जोे बेहद खराब श्रेणी में आता है, हालांकि ये पिछले आठ सालों में सबसे बेहतर है।
दिल्ली
रात 8 से 1 बजे तक बढ़ा प्रदूषण, फिर हुई कमी
आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में सोमवार रात 8:00 बजे से 1:00 बजे तक वायु प्रदूषण में तेजी से इजाफा देखने को मिला। ज्यादातर पटाखे भी इसी समय अंतराल में चलाए गए।
दक्षिण दिल्ली में सबसे ज्यादा प्रदूषण देखने को मिला और आरके पुरम, ओखला और जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम स्टेशनों पर सबसे ज्यादा प्रदूषण दर्ज किया गया।
रात 1 बजे के बाद प्रदूषण कम होने लगा और ये गिरकर बेहद खराब श्रेणी में आ गया।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र
NCR के अन्य शहरों की क्या स्थिति रही?
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में आने वाले अन्य शहरों की बात करें तो उत्तर प्रदेश के नोएडा में AQI आज सुबह 6:30 बजे 342 था जो पूरे दिल्ली-NCR में सबसे अधिक है।
हरियाणा के गुरूग्राम में AQI आज सुबह 245 रहा जो खराब श्रेणी में आता है। फरीदाबाद में भी कुछ ऐसी ही स्थिति रही।
एक दिन पहले सोमवार को भी इन तीनों शहरों में वायु गुणवत्ता खराब और बेहद खराब श्रेणी में थी।
तुलना
पिछले आठ साल में दिवाली के बाद सबसे साफ दिल्ली की हवा
अभी दिल्ली की हवा पिछले आठ सालों की तुलना में बेहतर है और आखिरी बार 2014 में दिवाली से अगले दिन इससे कम प्रदूषण था।
2015 में दिवाली से अगले दिन शहर का AQI 360 रहा था, वहीं 2019 में यह 368 रहा। बाकी सालों में AQI 400 से ऊपर ही रहा।
पिछले साल की बात करें तो दिवाली से अगले दिन दिल्ली में AQI 460 से ऊपर रहा था जो खतरनाक श्रेणी में आता है।
प्रतिबंध
प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने लगा रखा है पटाखों पर प्रतिबंध
बता दें कि वायु प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ा कदम उठाते हुए दिल्ली सरकार ने दिवाली पर पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया था। ये प्रतिबंध 1 जनवरी तक लागू रहेगा और इस दौरान पटाखों के निर्माण, भंडारण, बिक्री और इस्तेमाल पर रोक रहेगी।
प्रतिबंध का उल्लंघन करने पर जुर्माने और जेल का प्रावधान भी है।
हरियाणा में भी पटाखों पर प्रतिबंध लगाया गया था, लेकिन इसके बावजूद गुरुग्राम में जमकर पटाखे चले।
दिल्ली में प्रदूषण
न्यूजबाइट्स प्लस
पिछले महीने जारी की गई स्टेट ऑफ ग्लोबल एयर के हेल्थ इफेक्ट्स इंस्टीट्यूट (HEI) की रिपोर्ट में दिल्ली को दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बताया गया था।
प्रदूषण के कारण मौतों की सूची में भी वह छठवें स्थान पर रहा और यहां प्रति लाख आबादी पर 106 मौतें हुईं। 2019 में दिल्ली में प्रदूषण के कारण कुल 29,900 मौतें हुईं।
इससे पहले IQAir की रिपोर्ट में दिल्ली को दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी घोषित किया गया था।