तेलंगाना: हाइड्रोइलेक्ट्रिक पॉवर स्टेशन में लगी आग, नौ कर्मचारी फंसे
तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में स्थित एक हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्लांट में आग लगने से नौ लोग इसमें फंस गए हैं और उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान चलाया जा रहा है। ये प्लांट जमीन के अंदर स्थित एक टनल में मौजूद है और अंधेरा होने के कारण बचाव अभियान में दिक्कत आ रही है। टनल में फंसे सात लोग तेलंगाना राज्य बिजली उत्पादन निगम के कर्मचारी हैं। शॉर्ट सर्किट को आग लगने की वजह बताया जा रहा है।
तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के साझा प्लांट में लगी आग
आगजनी की ये घटना तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की सीमा के पास कृष्णा नदी पर बने श्रीसैलम हाइड्रोइलेक्ट्रिक बांध के श्रीसैलम लेफ्ट बैंक पॉवर स्टेशन (SLBP) में हुई। गुरूवार रात करीब 10:30 बजे SLBP के एक इलेक्ट्रिक पैनल में आग लग गई है और जल्द ही इसने पूरे पॉवर स्टेशन को अपने कब्जे में ले लिया। आग पर आग बुझाने के यंत्रों से भी नियंत्रण नहीं पाया जा सका और कर्मचारियों को यूनिट को अलग करना पड़ा।
घटना के समय स्टेशन के अंदर थे 30 कर्मचारी, 15 आपातकालीन गेट से निकले
'हिंदुस्तान टाइम्स' के अनुसार, घटना के समय पॉवर स्टेशन के अंदर 30 कर्मचारी मौजूद थे। इनमें से 15 कर्मचारी आपातकालीन निकास द्वार से बाहर निकलने में कामयाब रहे, वहीं छह कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। हालांकि नौ कर्मचारी अभी भी अंदर फंसे हुए हैं और टनल में घने धुएं की वजह से बचावकर्मी उन तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। चूंकि आग लगने पर बिजली काट दी गई थी, इसलिए टनल में पूरी तरह से अंधेरा है।
अभी भी फंसे हुए हैं ये कर्मचारी
जो कर्मचारी अंदर फंसे हैं, उनमें तेलंगाना बिजली उत्पादन निगम के उप कार्यकारी इंजीनियर श्रीनिवास, सहायक इंजीनियर सुंदर और फातिमा बेगम, सुषमा, वेंकट राव, किरण और रामबाबू नामक जूनियर इंजीनियर शामिल हैं। उनके साथ एक निजी कंपनी के दो कर्मचारी भी फंसे हुए हैं।
मौके पर पहुंचे तेलंगाना के बिजली मंत्री
तेलंगाना के बिजली मंत्री जी जगदीश्वर रेड्डी ने बिजली निगम के अन्य अधिकारियों के साथ मौके पर मौजूद हैं। रिपोर्टर्स से बात करते हुए उन्होंने इलेक्ट्रिक पैनल में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगने की संभावना जताई। उन्होंने कहा कि फंसे लोगों को बचाने के लिए सिंगारेनी कोयला खदान की मदद लेने की कोशिश की जा रही है क्योंकि ऐसी स्थितियों में उन्हें विशेषज्ञता हासिल होती है। अभी तक सुरक्षित निकाले गए छह कर्मचारियों का इलाज चल रहा है।
टनल में नहीं घुस पा रहे बचावकर्मी
रेड्डी ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) को भी मदद के लिए बुलाया गया है, लेकिन टनल में घुसने के उनके भी तीन प्रयास असफल रहे हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए घटनास्थल से आधा किलोमीटर दूर एबुंलेसों तैयार खड़ी हैं। अधिकारियों को उम्मीद है कि थोड़ा और धुआं बाहर निकलने पर बचाव टीमें टनल के अंदर घुसने में कामयाब रहेंगी। शुक्रवार सुबह तक बाहरी हिस्सों में धुआं छटने लगा है।