बाल धोने के कारण 120 छात्राओं की डंडे से पिटाई, कलेक्टर तक पहुंचा मामला
तेलंगाना के जनगांव जिले में बाल धोने के कारण 120 स्कूली छात्राओं की पिटाई का मामला सामने आया है। यह घटना जिले के रघुनथपल्ली मंडल के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (KGBV) की है। बताया जा रहा है कि स्कूल में पानी की कमी है। ऐसे में जब इन छात्राओं ने अपने बाल धोए तो स्कूल इंचार्ज ने अपना आपा खो दिया और उनकी पिटाई कर दी। आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
बाल अधिकार संगठन ने दर्ज कराई शिकायत
सोमवार को हुई इस घटना की जानकारी मंगलवार को उस समय सामने आई, जब बाल अधिकार संगठन बलाला हक्कुला संगम (BHS) ने इसकी शिकायत दर्ज कराई। BHS का कहना है कि छठी से नौंवी तक की छात्राओं को डंडे से पीटा गया था।
आरोपी शिक्षिका पर केस दर्ज करने की मांग
द न्यूज मिनट से बात करते हुए BHS के अच्युता राव ने कहा, "हमें पता चला कि स्कूल और हॉस्टल की इंचार्ज स्पेशल ऑफिसर सुमनलता ने 120 छात्राओं की पिटाई की। इन छात्राओं ने सोमवार को होली के मौके पर अपने बाल धोए थे। हमने इसकी शिकायत जनगांव कलेक्टर से की। उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि स्पेशल ऑफिसर को सस्पेंड किया जाएगा और मामले की जांच की जाएगी।" उन्होंने सुमनलता पर केस दर्ज करने की मांग की है।
छात्राओं ने कही यह बात
पत्रकारों से बात करते हुए एक छात्रा ने कहा, "उन्होंने (सुमनलता) हमें डंडे से मारा। उन्होंने छठी से नौंवी तक की छात्राओं की बाल धोने के कारण पिटाई की थी। आमतौर पर हम रविवार को बाल धोते हैं, लेकिन इस बार सोमवार को छुट्टी थी इसलिए हम सोमवार को अपने बाल धो रहे थे।" सुमनलता ने स्कूल में पानी की कमी बताते हुए अपना बचाव किया है, वहीं छात्राएं पानी की कमी की बात को खारिज कर रही हैं।
छात्राओं ने नकारी पानी की कमी की बात
एक छात्रा ने कहा, "उन्होंने (सुमनलता) ने हमें कुछ नहीं कहा था। अगर वो हमें कहती तो हम बाल नहीं धोते। अगर पानी की कमी थी तो उन्होंने हमें अपने कपड़े धोने को क्यों कहा था?" वहीं अभिभावकों ने आरोप लगाया है कि स्कूल में पिटाई के बाद बच्चों को इलाज नहीं दिया गया। वहीं इस मामले में अभी तक कलेक्टर की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।