गोवा क्लब में अंदरूनी आतिशबाजी के कारण लगी थी आग, मुख्यमंत्री सावंत ने किया खुलासा
क्या है खबर?
गोवा के अरपोरा स्थित बर्च बाय रोमियो लेन नाइट क्लब में शनिवार देर रात लगी आग का कारण सामने आ गया है। यह सिलेंडर के फटने से नहीं बल्कि अंदरूनी आतिशबाजी के कारण लगी थी। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने इसका खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि क्लब में निकास द्वार सीमित होने के कारण इतनी संख्या में लोगों की मौत हुई है। बता दें कि इस हादसे में 25 लाेगों की मौत हुई है। आइए मुख्यमंत्री का बयान जानते हैं।
बयान
मुख्यमंत्री सावंत ने क्या दिया बयान?
मुख्यमंत्री सावंत ने कहा कि बर्च बाय रोमियो लेन नाइट क्लब में लगी भीषण आग क्लब के अंदर की आतिशबाजी की वजह से लगी और क्लब में निकास द्वार सीमित होने के कारण भी लोग हताहत हुए। उन्होंने सिलेंडर विस्फोट के दावे को भी खारिज कर दिया। विपक्षी दलों के विरोध के बीच सावंत ने कहा कि एक तथ्य-खोजी समिति गठित की गई है, जो मामले की विस्तृत जांच करेगी और एक हफ्ते के भीतर विस्तृत रिपोर्ट भी देगी।
मुआवजा
मुख्यमंत्री ने की मुआवजे की घोषणा
मुख्यमंत्री सावंत ने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की सहायता राशि देने की भी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि सरकार मृतकों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए पूरी सहायता प्रदान करेगी। इसके लिए उपखंड अधिकारी, पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों की एक समर्पित टीम गठित की गई है। मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक (DGP) को अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं।
कार्रवाई
पुलिस ने अब तक क्या-क्या कार्रवाई की?
पुलिस ने क्लब के मालिक गौरव लुथरा और सौरभ लुथरा के खिलाफ FIR दर्ज की है। वहीं, सरपंच रोशन रेडकर को भी हिरासत में लिया है। सरपंच ने ही 2013 में परिसर के लिए व्यापार लाइसेंस जारी किया था। बता दें कि क्लब के मैनेजर को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। इससे पहले मुख्यमंत्री सावंत ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए थे और अधिकारियों से किसी भी तरह की कमी का पता लगाने को कहा था।
हादसा
कैसे हुआ था यह भयानक हादसा?
अरपोरा में स्थित बर्च बाय रोमियो लेन क्लब में शनिवार-रविवार की रात आग लग गई थी। क्लब के अंदर की जा रही आतिशबाजी के कारण ही ये हादसा हुआ। इस हादसे में 4 पर्यटकों समेत क्लब में काम करने वाले अन्य 25 लोग मारे गए और 6 घायल हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि क्लब ने अवैध निर्माण किया था, आने-जाने का रास्ता तंग था और सुरक्षा मानकों की पूरी तरह से अनदेखी की गई थी।