अरब सागर में डूबे जलयान के कैप्टन के खिलाफ FIR, अब तक 51 शव मिले
क्या है खबर?
चक्रवाती तूफान टाउते के दौरान एक जलयान के अरब सागर में डूबने से 50 से अधिक मौतें हो गई हैं।
मुंबई पुलिस ने इस P305 नामक जलयान के कैप्टन के खिलाफ मामला दर्ज किया है। कैप्टन पर चक्रवात की चेतावनी को नजरअंदाज करने का आरोप लग रहा है।
जलयान में डूबे लोगों को निकाल रही भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने कहा कि अभी तक 51 शव बरामद हो चुके हैं और 27 लोग अभी भी लापता हैं।
FIR
इंजीनियर की शिकायत पर दर्ज हुआ मामला
नौसेना द्वारा बचाए गए इस नाव के इंजीनियर की शिकायत पर पुलिस ने शुक्रवार को भारतीय दंड संहिता (IPC) की अलग-अलग धाराओं के तहत शिकायत दर्ज की थी।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, मुंबई पुलिस के प्रवक्ता DCP एस चैतन्य ने कहा कि नाव के कप्तान ने चक्रवात की चेतावनी को नजरअंदाज किया, जिससे हादसा हुआ और कई जानें चली गई। अभी तक FIR में नाव के कैप्टन और अन्य लोगों का नाम शामिल किया गया है।
जानकारी
अब तक 50 कर्मियों के बयान दर्ज
पुलिस ने कहा कि अब तक बचाए जा चुके 50 कर्मियों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और जांच जारी है। जांच में अगर किसी और अधिकारी का नाम सामने आता है तो वो भी FIR में शामिल किया जाएगा।
जानकारी
ONGC के लिए काम कर रहा था जलयान
P305 एक बड़ा जलयान था, जो ऑयल एंड नैचुरल गैर कॉर्पोरेशन (ONGC) के लिए काम कर रहा था। 16 मई को चक्रवाती तूफान टाउते के कारण चल रही तेज हवाओं और ऊंची लहरों के बीच इसने अपना सफर शुरू किया था, लेकिन यह रास्ते में ही डूब गया।
इंजीनियर का कहना था कि कैप्टन बलविंदर सिंह ने चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया और कहा कि हवा की रफ्तार बहुत तेज नहीं होगी। कैप्टन सिंह अब तक लापता हैं।
हादसा
ONGC ने भी कैप्टन को ठहराया जिम्मेदार
16 मई की रात को सफर शुरू करने वाला जलयान P305 सोमवार शाम को पूरी तरह अरब सागर में डूब गया था। इस पर ONGC के तेल खनन प्लेटफॉर्म की देखभाल के काम में लगे कर्मचारी मौजूद थे।
इससे पहले गुरुवार को ONGC और उसके कॉन्ट्रैक्टर एफकोंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने जलयान के कैप्टन को ही इस हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया था। एफकोंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने ही P305 जलयान को किराये पर लिया हुआ था।
चक्रवाती तूफान
एक और छोटी नाव के 11 सदस्य लापता
एफकोन्स ने कहा कि कैप्टन ने जलयान को उस जगह से महज 200 मीटर दूर ले जाने का फैसला किया था, जहां वह ऑपरेट कर रहा था, जबकि दूसरे जहाज उसकी सलाह पर सुरक्षित जगह पर पहुंच रहे थे। कैप्टन ने चक्रवात को महज तेज तूफान समझ लिया था।
बताया जा रहा है कि चक्रवात के बाद से P305 के अलावा एक और छोटी नाव वाराप्राडा के चालक दल के 11 सदस्य भी लापता हैं।
जानकारी
जारी है तलाशी अभियान
लापता हुए लोगों की तलाश में भारतीय नौसेना, कोस्टगार्ड और ONGC के जहाज तलाशी और बचाव अभियान चला रहे हैं। अगले दो दिनों तक यह अभियान जारी रहेगा। दूसरी तरफ पेट्रोलियम मंत्रालय ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं।