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फरीदाबाद की अल-फलाह विश्वविद्यालय ने डॉक्टरों की गिरफ्तारी पर जारी किया बयान, जानिए क्या कहा
फरीदाबाद की अल-फलाह विश्वविद्यालय ने बयान जारी किया

फरीदाबाद की अल-फलाह विश्वविद्यालय ने डॉक्टरों की गिरफ्तारी पर जारी किया बयान, जानिए क्या कहा

लेखन गजेंद्र
Nov 12, 2025
12:46 pm

क्या है खबर?

हरियाणा के फरीदाबाद में स्थित अल-फलाह विश्वविद्यालय ने अपने 2 डॉक्टरों की गिरफ्तारी के बाद बुधवार को एक बयान जारी किया है, जिसमें आतंकी घटनाओं से जुड़े आरोपों को निराधार बताया गया है। कुलपति प्रोफेसर भूपिंदर कौर आनंद की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि जांच एजेंसियों द्वारा हिरासत में लिए गए 2 डॉक्टर उनके यहां कार्रकत थे, इसके अलावा उनसे कोई संबंध नहीं है। उन्होंने मीडिया द्वारा विश्वविद्यालय को निशाना बनाए जाने पर भी आपत्ति जताई।

बयान

कुलपति ने गिरफ्तार 2 डॉक्टरों को लेकर क्या कहा?

कुलपति ने बयान में कहा, "अल-फलाह विश्वविद्यालय 2019 से मेडिकल कॉलेज का प्रबंधन कर रहा है। संस्थान से प्रशिक्षित डॉक्टर देश-विदेश में कार्यरत हैं। हम दुर्भाग्यपूर्ण घटना से अत्यंत दुखी-व्यथित हैं और इसकी निंदा करते हैं। हमारी संवेदनाएं प्रभावित निर्दोष लोगों के साथ हैं। हमारे 2 डॉक्टर जांच एजेंसियों की हिरासत में है। हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि विश्वविद्यालय का उक्त व्यक्तियों से कोई संबंध नहीं, सिवाय इसके कि वे विश्वविद्यालय में आधिकारिक क्षमता में काम कर रहे हैं।"

बयान

विश्वविद्यालय की साख धूमिल करने का आरोप

कुलपति ने अपने बयान में इस बात पर भी गहरी चिंता व्यक्त की कि कुछ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा और साख को धूमिल करने के स्पष्ट इरादे से निराधार और भ्रामक खबरें चला रहे हैं। उन्होंने ऐसे सभी झूठे और अपमानजनक आरोपों की कड़ी निंदा की और स्पष्ट रूप से खंडन किया है। कुलपति ने आग्रह किया कि व्यक्ति और संस्थान जिम्मेदारी से कार्य करें और विश्वविद्यालय से संबंधित बयान साझा करने से पहले आधिकारिक माध्यमों से पुष्टि करें।

बयान

विश्वविद्यालय में नहीं जमा किया जा रहा कोई रसायन- कुलपति

कुलपति ने कहा, "विश्वविद्यालय परिसर में किसी भी ऐसे रसायन या पदार्थ का उपयोग, भंडारण या संचालन नहीं किया जा रहा है, जैसा कुछ प्लेटफार्म आरोप लगा रहे हैं। विश्वविद्यालय की प्रयोगशालाओं का उपयोग केवल MBBS छात्रों और अन्य अधिकृत पाठ्यक्रमों की शैक्षणिक-प्रशिक्षण आवश्यकताओं के लिए है। प्रयोगशाला की प्रत्येक गतिविधि नियामक प्राधिकरणों द्वारा निर्धारित सुरक्षा प्रोटोकॉल, वैधानिक मानदंडों और नैतिक मानकों का कड़ाई से पालन करते हुए की जाती है।"

जांच

जांच में सहयोग दे रहा है विश्वविद्यालय

कुलपति ने कहा कि वे जिम्मेदार संस्था के रूप में राष्ट्र के साथ एकजुटता से खड़े हैं तथा अपने देश की एकता, शांति और सुरक्षा के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता की पुनः पुष्टि करते हैं। उन्होंने संबंधित जांच अधिकारियों को अपना पूर्ण सहयोग देने की बात कही है ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित मामले में तार्किक, निष्पक्ष और निर्णायक निर्णय पर पहुंच सकें। बता दें कि दिल्ली विस्फोट के बाद अल-फलाह विश्वविद्यालय चर्चा में है।

संबंध

दिल्ली विस्फोट से अल-फलाह का क्या है संबंध?

दिल्ली विस्फोट में फरीदाबाद की अल-फलाह विश्वविद्यालय के तार जुड़ रहे हैं क्योंकि विस्फोट से पहले यहां के डॉक्टर मुजम्मिल शकील और डॉक्टर शाहीन शाहिद को गिरफ्तार किया गया था। मुजम्मिल के धौज स्थित मकान से 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट मिला, जबकि शाहीन की कार में AK-47 और विस्फोटक था। दोनों की गिरफ्तारी के बाद लाल किले के पास धमाका हुआ, जिसमें डॉक्टर उमर नबी के मारे जाने का शक है। वह भी अल-फलाह में पढ़ाता था।