
पंजाब: 50 लाख रुपये की रिश्वत देते हुए पूर्व मंत्री सुंदर श्याम अरोड़ा गिरफ्तार
क्या है खबर?
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने राज्य के पूर्व मंत्री सुंदर श्याम अरोड़ा 50 लाख रुपये की रिश्वत देते हुए गिरफ्तार किया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार में उद्योग और वाणिज्य मंत्री रहे अरोड़ा ने हाल ही में भाजपा का दामन थामा था।
उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला चल रहा है और विजिलेंस ब्यूरो उनसे 21 सितंबर और 12 अक्टूबर को पूछताछ कर चुका है।
अरोड़ा को आज अदालत में पेश किया जाएगा।
आरोप
अरोड़ा ने की थी एक करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश
राज्य विजिलेंस ब्यूरो के मुख्य निदेशक ADGP वरिंद्र कुमार ने बताया कि अरोड़ा को जीरकपुर के कॉस्मो मॉल की पार्किंग से गिरफ्तार किया गया है। वह वाहन में सवार थे और एक विजिलेंस अधिकारी को 50 लाख रुपये की रिश्वत दे रहे थे। यह पूर्व निर्धारित था और उन्हें जाल बिछाकर फंसाया गया है।
उन्होंने बताया कि अरोड़ा ने विजिलेंस अधिकारी मनमोहन कुमार को मामला निपटाने के लिए एक करोड़ रुपये की पेशकश की थी।
जानकारी
मनमोहन ने वरिष्ठ अधिकारियों को दी जानकारी
मनमोहन कुमार ने अरोड़ा की इस पेशकश की जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि इसके बाद मामले की जानकारी मुख्यमंत्री भगवंत मान को दी गई और पूर्व मंत्री को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया।
15 अक्टूबर को जब अरोड़ा एक करोड़ में से 50 लाख रुपये की पहली किश्त देने के लिए पहुंचे, वहां मौजूद विजिलेंस अधिकारियों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
जांच
अरोड़ा के खिलाफ दर्ज हुई FIR
विजिलेंस प्रमुख के अनुसार सरकारी अधिकारी को रिश्वत देने के आरोप में अरोड़ा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण कानून की धारा 8 के तहत FIR दर्ज की गई है।
उन्होंने बताया, "हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि अरोड़ा के पास इतना पैसा कहां से आया और इस मामले में दूसरे लोगों की क्या भूमिका है।"
जानकारी के अनुसार, विजिलेंस ने इस गिरफ्तारी के दो सरकारी गवाह भी बनाए हैं और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
जानकारी
दो बार में एक करोड़ रुपये देने की पेशकश
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अरोड़ा ने मनमोहन कुमार से 14 अक्टूबर को मुलाकात की थी और मामला निपटाने के लिए एक करोड़ रुपये की रिश्वत देने की पेशकश की थी।
अगले दिन अरोड़ा 50 लाख रुपये जीरकपुर के मॉल पहुंचे, जहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
अरोड़ा की गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस टीम होशियारपुर स्थित उनके घर पहुंची और करीब 2.5 घंटे तक तलाशी ली। परिवार ने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार उन्हें बेवजह परेशान कर रही है।