चुनाव आयोग ने तेलंगाना पुलिस प्रमुख को निलंबित किया, कांग्रेस नेता से मिलने के बाद कार्रवाई
चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता और प्रासंगिक आचरण नियमों के उल्लंघन के लिए तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक (DGP) अंजनी कुमार को निलंबित कर दिया है। न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से कहा कि तेलंगाना के पुलिस प्रमुख ने राज्य पुलिस नोडल अधिकारी संजय जैन और नोडल (व्यय) अधिकारी महेश भागवत के साथ कांग्रेस नेता ए रेवंत रेड्डी से मुलाकात की थी और उनके आवास पर गुलदस्ता ले गए थे। बता दें, रेड्डी अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं।
देखें किस आरोप में हुए निलंबित
कौन हैं रेवंत रेड्डी?
रेवंत रेड्डी वर्तमान में तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष हैं और राज्य में कांग्रेस की जीत का श्रेय उन्हें ही दिया रहा है। कांग्रेस की ओर से अभी मुख्यमंत्री की रेस में रेड्डी सबसे आगे हैं। रेड्डी कांग्रेस के उन 3 लोकसभा सांसदों में शामिल हैं, जिन्होंने 2019 में जीत हासिल की थी। बता दें कि 2021 में कांग्रेस ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी थी। वे के चंद्रशेखर राव पर बेहद हमलावर रहे हैं।
तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी की ऐतिहासिक जीत
तेलंगाना में कांग्रेस ऐतिहासिक जीत की ओर बढ़ रही है। अभी तक के नतीजों में पार्टी राज्य की 119 सीटों में से 63 पर आगे है। पार्टी ने 10 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है, जबकि 53 पर आगे है। सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (BRS) पिछड़ गई है और मात्र 39 सीटों पर आगे है। भाजपा 9 सीटों पर आगे है। तेलंगाना के नवनिर्वाचित विधायकों के साथ समन्वय के लिए कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को पर्यवेक्षक बनाया है
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- समर्थन के लिए धन्यवाद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा को मिले समर्थन को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, 'तेलंगाना की मेरी प्यारी बहनों और भाइयों, आपके समर्थन के लिए धन्यवाद। पिछले कुछ वर्षों में भाजपा का समर्थन बढ़ा है और आने वाले समय में भी यह जारी रहेगा।' उन्होंने आगे लिखा, 'तेलंगाना के साथ हमारा रिश्ता अटूट है और हम लोगों के लिए काम करते रहेंगे। मैं प्रत्येक भाजपा कार्यकर्ता के मेहनती प्रयासों की भी सराहना करता हूं।'
तेलंगाना में 30 नवंबर को हुआ था मतदान
बता दें कि 30 नवंबर को तेलंगाना विधानसभा चुनाव में कुल 119 सीटों पर 70.60 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि पिछले 2018 चुनाव में यहां 73 प्रतिशत के करीब मतदान हुआ था। इस चुनाव में मुनुगोडे विधानसभा सीट पर सबसे अधिक 91.89 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि याकूतपुरा खंड सीट में 39.64 प्रतिशत के साथ सबसे कम मतदान दर्ज हुआ। चुनाव में इस बार 3.26 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।