लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग का निर्देश, कहा- बच्चों को प्रचार में शामिल न करें
लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक पार्टियों को सोमवार को दिशा-निर्देश जारी कर किसी भी तरह के प्रचार में बच्चों को शामिल न करने को कहा। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, आयोग ने कहा कि राजनीतिक नेताओं और उम्मीदवारों को प्रचार के दौरान न तो बच्चों को गोद में उठाना है, न ही अपने वाहन में बैठाना है और न ही रैलियों में शामिल करना है। बच्चों से नारेबाजी करवाना या पोस्टर लगवाना भी मना है।
चुनाव आयोग ने इस मामले में दी छूट
आयोग ने दिशा-निर्देश में कहा कि कविता, गानों और राजनीतिक पार्टी या उम्मीदवार के प्रतीक चिन्ह के प्रदर्शन सहित किसी भी तरीके से राजनीतिक अभियान में बच्चों का उपयोग नहीं किया जाएगा। चुनाव ने कहा कि अगर राजनीतिक नेता के निकट बच्चा अपने माता-पिता और अभिभावक के साथ उपस्थित है तो इसे दिशा-निर्देश का उल्लंघन नहीं माना जाएगा। इसमें भी शर्त है कि बच्चा और अभिभावक राजनीतिक पार्टी द्वारा किसी चुनाव प्रचार गतिविधि में शामिल नहीं होने चाहिए।
जल्द हो सकता है लोकसभा चुनाव का ऐलान
15 राज्यों की 56 राज्यसभा सीटों पर मतदान 27 फरवरी को मतदान होगा। इसके निपटने के बाद मार्च में लोकसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है। विपक्षी पार्टियां इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) और VVPAT पर संदिग्धता जताते हुए चुनाव आयोग से मिलने का समय मांग रही हैं, लेकिन अभी तक उनको समय नहीं दिया गया है। इस बार मुख्य टक्कर 26 विपक्षी पार्टियों के INDIA गठबंधन और भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के बीच है।