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छत्तीसगढ़: शराब घोटाले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा गिरफ्तार 
छत्तीसगढ़ के कथित शराब घोटाले में पूर्व मंत्री कवासी लखमा गिरफ्तार

छत्तीसगढ़: शराब घोटाले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा गिरफ्तार 

लेखन आबिद खान
Jan 15, 2025
08:09 pm

क्या है खबर?

दिल्ली के बाद छत्तीसगढ़ में भी शराब घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। 2000 करोड़ रुपये के कथित शराब घोटाले में पूर्व आबकारी मंत्री और कांग्रेस नेता कवासी लखमा को गिरफ्तार किया गया है। ED ने आज कवासी को तीसरी बार पूछताछ के लिए दफ्तर बुलाया था, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। जब ये मामला सामने आया था, तब कवासी तत्कालीन कांग्रेस सरकार में आबकारी मंत्री थे।

बयान

कवासी बोले- मेरे पास से एक रुपया नहीं मिला

कोर्ट में पेशी के दौरान कवासी ने कहा, "मेरे पास से एक रुपए नहीं पकड़ा गया, ना ही कोई दस्तावेज मिला। शाह, मोदी और पूरी भाजपा सरकार फर्जी मामला बनाकर मुझे परेशान कर रहे।" वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, 'कवासी लखमा जी की गिरफ्तारी बदले की भावना से की गई कार्रवाई है। केंद्र में बैठे अपने आकाओं के इशारे पर ED कांग्रेस नेताओं को बदनाम करने की साजिश रच रही है। कांग्रेस पार्टी लखमा जी के साथ है।'

रिमांड

7 दिन की रिमांड पर भेजे गए कवासी

गिरफ्तारी के बाद ED ने कवासी को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने कवासी को 7 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। ED के वकील ने बताया कि उन्होंने 15 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने 7 दिन की दी है। वहीं, बचाव पक्ष के वकील फैसल रिजवी ने विरोध करते हुए कहा कि लखमा को फंसाया जा रहा है, उनके मुवक्किल अनपढ़ हैं। मामले में अगली सुनवाई 21 जनवरी को होगी।

मामला

क्या है मामला?

ED के मुताबिक, तत्कालीन कांग्रेस सरकार में IAS अफसर अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के MD एपी त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के अवैध सिंडिकेट के जरिए घोटाले को अंजाम दिया गया था। इस मामले में ED ने एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) में FIR दर्ज कराई है, जिसमें 2,000 करोड़ रुपये ज्यादा के घोटाले की बात कही गई है। ACB के मुताबिक, 2019 से 2022 तक सरकारी शराब दुकानों से अवैध शराब डूप्लीकेट होलोग्राम लगाकर बेची गई थी।

छापा

कवासी के घर पड़ा था छापा

पिछले साल 28 दिसंबर को ED ने कवासी के रायपुर स्थित घर पर छापा मारा था। उनकी कार की भी तलाशी ली गई थी। कवासी के करीबी सुशील ओझा, उनके बेटे हरीश लखमा और नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू के घर पर भी दबिश दी गई थी। इसके बाद ED ने कहा था कि उसने कवासी द्वारा अपराध से अर्जित आय के उपयोग से जुड़े जरूरी सबूत जुटा लिए हैं।