बिहार: दुलारचंद यादव हत्याकांड में अनंत सिंह गिरफ्तार, 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया
क्या है खबर?
बिहार के मोकामा में हुए दुलारचंद यादव हत्याकांड मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व विधायक और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) प्रत्याशी अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। आधी रात को पटना SSP कार्तिकेय शर्मा के नेतृत्व में करीब 150 पुलिसकर्मियों की टीम ने बाढ़ स्थित कारगिल मार्केट पहुंचकर अनंत सिंह को उनके घर से हिरासत में लिया है। अब उन्हें बाढ़ से पटना लाया गया है।
बयान
पटना SSP बोले- आचार संहिता का उल्लंघन हुआ, ये गंभीर मामला
पटना SSP कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि दुलारचंद यादव हत्याकांड में शुरुआती जांच के बाद अनंत सिंह के साथ उनके 2 साथी- मणिकांत ठाकुर और रणजीत राम को भी गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा, "साक्ष्यों, चश्मदीदों और मृतक की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर ऐसा प्रतीत होता है कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया गया। यह एक गंभीर मामला है। यह पाया गया कि इस दौरान अनंत सिंह भी मौजूद थे, जो इस मामले में मुख्य आरोपी हैं।"
जानकारी
अनंत को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया
गिरफ्तारी के बाद पुलिस पेशी के लिए अनंत सिंह को सिविल कोर्ट लेकर पहुंची। यहां कोर्ट ने अनंत को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
DM का बयान
पटना DM ने कहा- हम स्वतंत्र चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध
पटना के DM डॉक्टर त्यागराजन ने कहा, "घटना को जिला प्रशासन और पुलिस ने बहुत गंभीरता से लिया है। हमने मामले में कई कार्रवाई की है। चुनाव आयोग के निर्देशानुसार हम स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। अगर कोई असामाजिक तत्व कानून या आदर्श आचार संहिता के खिलाफ जाने की कोशिश करता है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। हमने सभी लाइसेंसी हथियार जमा करने के निर्देश दिए हैं। CAPF भी जांच करेगी।"
जनसुराज
जनसुराज प्रत्याशी बोले- गिरफ्तारी पहले होती तो अच्छा होता
अनंत की गिरफ्तारी पर मोकामा से जन सुराज के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी ने समाचार एजेंसी ANI से कहा, "यह एक अच्छा कदम है, लेकिन अगर पहले कार्रवाई करते तो बेहतर होता। अनंत सिंह शनिवार को 50 वाहनों के काफिले में घूम रहे थे और चुनाव प्रचार में शामिल हुए। उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई थी, तो उन्हें पहले ही गिरफ्तार कर लिया जाना चाहिए था। लेकिन देर आए दुरुस्त आए।"
चुनाव आयोग
चुनाव आयोग ने 3 अधिकारियों को हटाया
मामले में चुनाव आयोग ने भी कार्रवाई करते हुए बाढ़ के SDM चंदन कुमार, ग्रामीण SP विक्रम सिहाग और बाढ़ के SDPO-1 राकेश कुमार को हटा दिया है। वहीं, बाढ़ के SDPO-2 अभिषेक सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। इससे पहले आयोग ने बिहार के DGP से घटना की रिपोर्ट मांगी थी। बिहार पुलिस की CID ने हत्याकांड की जांच का जिम्मा संभाल लिया है। CID के DIG जयंतकांत ने बीते दिन घटनास्थल पर जांच पड़ताल की।
मामला
क्या है दुलारचंद यादव की हत्या का मामला?
मोकामा में 30 अक्टूबर को दुलारचंद की चुनाव प्रचार के दौरान हत्या कर दी गई थी। उनके पैर में गोली लगी थी। आरोप है कि इसके बाद उनके शरीर पर गाड़ी भी चढ़ाई गई। दुलारचंद को मोकामा से JDU उम्मीदवार अनंत सिंह का विरोधी माना जाता था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया था कि यादव की मौत सीने की कई हड्डियां और पसली टूटने और दोनों फेफड़ों के फटने की वजह से हुई थी।