
इंडिगो की पायलट प्रशिक्षण प्रक्रियाओं में मिली खामियां, DGCA ने 20 लाख रुपये का जुर्माना ठोंका
क्या है खबर?
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इंडिगो एयरलाइन की मूल कंपनी इंटरग्लोब एविएशन पर लापरवाही के लिए 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। DGCA ने जुर्माना 'C' श्रेणी हवाई अड्डों पर पायलट प्रशिक्षण प्रक्रियाओं में खामियों के लिए लगाया है। आरोप है कि इंडिगो ने कालीकट, लेह और काठमांडू जैसे उच्च जोखिम वाले हवाई अड्डों पर पायलटों को प्रशिक्षण देने के लिए गैर-योग्य सिमुलेटरों का उपयोग किया। DGCA ने इंडिगो के प्रशिक्षण रिकॉर्ड की समीक्षा के बाद कार्रवाई की है।
जुर्माना
क्या मिली खामी?
विमानन नियामक को रिकॉर्ड से पता चला कि लगभग 1,700 पायलटों ने पूर्ण उड़ान सिम्युलेटर (FFS) पर सिम्युलेटर प्रशिक्षण लिया था, जो इन विशिष्ट हवाई अड्डों पर परिचालन के लिए प्रमाणित नहीं थे। इन 1,700 पायलटों में कमांड पायलट और प्रथम अधिकारी भी शामिल हैं। इस संबंध में इंडिगो जुर्माने का विरोध करने के लिए अपील कर सकता है। हालांकि, उसने कहा है कि जुर्माने का एयरलाइन की वित्तीय स्थिति, परिचालन या अन्य गतिविधियों पर कोई भौतिक प्रभाव नहीं पड़ेगा।
सजा
पहले भी हो चुका है जुर्माना
यह पहली बार नहीं है। वर्ष 2023 में, DGCA ने एयरलाइन पर उसके एयरबस A321 विमान से जुड़ी 4 टेल स्ट्राइक घटनाओं के बाद 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था। तब विमान नियामक के विशेष ऑडिट में इंडिगो के परिचालन, प्रशिक्षण और इंजीनियरिंग से संबंधित दस्तावेजीकरण और प्रक्रियाओं में कई कमियां मिली थीं। बता दें, भारत में नागरिक उड्डयन आवश्यकताओं के अंतर्गत, श्रेणी 'C' हवाई अड्डों के लिए प्रशिक्षण उन स्थानों के लिए योग्य सिमुलेटरों का उपयोग होना चाहिए।