दिल्ली में 'कोवैक्सिन' का स्टॉक खत्म, 125 केंद्रों पर 18-44 साल वालों को नहीं लगेगी वैक्सीन
देश में कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ जारी वैक्सीनेशन अभियान में राज्यों को वैक्सीन की कमी का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 18-44 साल वालों के लिए 'कोवैक्सिन' का स्टॉक खत्म हो गया है। ऐसे में बुधवार से 125 केंद्रों पर वैक्सीनेशन अभियान को रोकने का निर्णय किया है। हालांकि, राहत की बात है कि यहां 'कोविशील्ड' का तीन दिन का स्टॉक बाकी है और देर शाम तक नया स्टॉक मिलने की उम्मीद है।
वैक्सीन की कमी के कारण बंद करने पड़ेंगे 125 केंद्र- आतिशी
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार आम आदमी पार्टी (AAP) विधायक आतिशी मार्लेना ने कहा, "हमारे पास 18 से 44 वर्ष तक के लोगों के लिए कोवैक्सीन का स्टॉक खत्म हो गया है और मंगलवार शाम के बाद 125 केंद्रों को बंद करना पड़ेगा जहां यह वैक्सीन लगाई जा रही थी।" उन्होंने कहा कि, "केंद्र सरकार से जल्द से जल्द कोवैक्सिन और कोविशील्ड की आपूर्ति करानी चाहिए, नहीं तो वैक्सीनेशन केंद्रों को बंद करने के अलावा कोई विकल्प् नहीं बचेगा।"
दिल्ली में सोमवार को 1.39 लाख लोगों को लगाई वैक्सीन- आतिशी
आतिशी ने कहा कि 10 मई को दिल्ली में 1.39 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई गई थी, जो कि सबसे अधिक दैनिक आंकड़ा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली को मंगलवार शाम तक कोविशिल्ड वैक्सीन की 2.67 लाख अधिक खुराक मिलेगी। उन्होंने बताया कि दिल्ली में सोमवार तक कुल 38,98,971 वैक्सीन की खुराक लगाई जा चुकी है। इनमें 30,36,965 लोगों को पहली खुराक लगई गई है और 8,62,006 लोगों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने की वैक्सीन का फॉर्मूला साझा करने की मांग
इधर, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर देश में कोरोना की वैक्सीन का निर्माण बढ़ाने के लिए वैक्सीन तैयार कर रही मूल दो कंपनियों का 'फॉर्मूला' दूसरी कंपनियों के साथ साझा करने की मांग की है। उन्होंने पत्र में लिखा कि दो कंपनियों के दम पर पूरे देश को वैक्सीन की आपूर्ति करना संभव नहीं होगा। इसके लिए वैक्सीन का उत्पादन युद्ध स्तर पर करना होगा। उसके बाद ही किल्लत दूर होगी।
सरकार को देशहित में वैक्सीन के सार्वजनिक उत्पादन की देनी चाहिए अनुमति- केजरीवाल
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने लिखा, 'कोरोना की दूसरी लहर बहुत ही घातक साबित हो रही है। बहुत बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु हो रही है, इसलिए यह जरूरी है कि जल्द से जल्द देश के सभी नागरिकों को वैक्सीन मिले।' उन्होंने लिखा, 'दो कंपनियों के दम पर पूरे देश को वैक्सीन देना संभव नहीं होगा। ऐसे में देशहित में मेरी विनती है कि आप कोरोना की वैक्सीन के सार्वजनिक उत्पादन की अनुमति दें। इससे किल्लत को दूर किया जा सकेगा।'
पेटेंट कानून के इस्तेमाल से खत्म किया जा सकता है एकाधिकार- केजरीवाल
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने लिखा, 'सरकार देश के पेटेंट कानून का इस्तेमाल करके कोरोना वैक्सीन के उत्पादन का एकाधिकार खत्म कर सकती है। इससे कोरोना की तीसरी लहर से पहले हम पूरे देश को एक सुरक्षा कवच देने में सक्षम होंगे और निर्दोष लोगों को मौत के मुंह में जाने से भी बचा पाएंगे।' उन्होंने आगे लिखा, 'देशहित में इस काम को पूरा करने के लिए हमारी जो भूमिका तय की जाएगी वो हम निभाने के लिए तैयार हैं।'
दिल्ली में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
बता दें कि दिल्ली में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 12,651 नए मामले सामने आए और 319 मरीजों की मौत हुई है। इसी के साथ राज्य में अब तक 13,36,218 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 19,663 मरीजों की मौत हो चुकी है और 12,31,297 लोग उपचार के बाद ठीक हो चुके है। राज्य में वर्तमान में सक्रिय मामलों की कुल संख्या बढ़कर 85,258 पर पहुंच गई है। यह सरकार के लिए चिंता का विषय है।