
इंडिगो की दिल्ली-दोहा फ्लाइट की मेडिकल इमरजेंसी के कारण कराची में लैंडिंग, यात्री की मौत
क्या है खबर?
दिल्ली से कतर की राजधानी दोहा जा रही इंडिगो की फ्लाइट को रविवार देर रात पाकिस्तान के कराची के लिए डायवर्ट किया गया।
फ्लाइट संख्या 6E-1736 में एक मेडिकल इमरजेंसी होने के कारण इसे कराची के जिन्ना अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट उतरना पड़ा।
एयरलाइन के एक अधिकारी ने ANI को बताया कि कराची एयरपोर्ट पर मौजूद मेडिकल टीम ने जांच करने के बाद विमान में सवार एक यात्री को मृत घोषित कर दिया है।
बयान
इंडिगो ने घटना पर जारी किया बयान
इंडिगो ने मामले पर बयान जारी करते हुए कहा, "हम इस खबर से बहुत दुखी हैं और हमारी प्रार्थनाएं मृतक के परिवार के साथ हैं। हम फ्लाइट के अन्य यात्रियों को दूसरी फ्लाइट में ट्रांसफर करने की व्यवस्था कर रहे हैं।"
फ्लाइट ने मृतक यात्री के शव के साथ वापस दिल्ली के लिए उड़ान भर ली है। बतौर रिपोर्ट्स, मृतक नाइजीरिया का नागरिक था और उसकी जान बचाने के लिए फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग की गई थी।
बयान
उड़ान के बीच में खराब हो गई थी यात्री की तबियत
कराची एयरपोर्ट के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के एक प्रवक्ता ने बताया कि फ्लाइट के कतर के दोहा जाते समय एक यात्री की उड़ान के बीच में अचानक तबीयत खराब हो गई थी।
इसके बाद विमान के पायलट ने मेडिकल इमरजेंसी का हवाला देते हुए इमरजेंसी लैंडिंग की अनुमति मांगी थी, जिसे कराची एयरपोर्ट के एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (ATC) ने मंजूर कर लिया।
बतौर रिपोर्ट्स, फ्लाइट ने दिल्ली से रविवार रात करीब 10 बजे उड़ान भरी थी।
लैंडिंग
एयर इंडिया की फ्लाइट की भी हुई थी मेडिकल इमरजेंसी
बता दें कि 20 फरवरी को न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट को मेडिकल इमरजेंसी के चलते लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट पर उतारना पड़ा था।
करीब 350 यात्रियों वाली यह फ्लाइट नॉर्वे के हवाई क्षेत्र में थी, जब इसे लंदन डायवर्ट किया गया।
एक अधिकारी ने बताया था कि एक यात्री की अचानक तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उसे उपचार के लिए लंदन में उतारा गया। फ्लाइट करीब 7 घंटे देरी से दिल्ली पहुंची थी।
किस्सा
भारतीय मूल के डॉक्टर ने बचाई थी एक यात्री की जान
भारतीय मूल के डॉक्टर विश्वराज वेमाला ने हाल ही में यूनाइटेड किंगडम (UK) से भारत आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट में एक यात्री की जान बचाई थी।
यात्री को फ्लाइट के दौरान दो बार हार्ट अटैक आया था, जिसके बाद डॉ वेमाला ने विमान में उपलब्ध दवाइयों और सहयात्रियों की मदद से उसकी जान बचाई।
डॉ वेमाला ने बाद में बताया था कि सौभाग्य से विमान की आपातकालीन किट में जीवनरक्षक दवाएं मौजूद थीं।