दिल्ली: अवैध इस्तेमाल के आरोप में मुख्यमंत्री आवास किया गया सील
दिल्ली से बड़ी खबर आ रही है। यहां अवैध इस्तेमाल के आरोपों को लेकर PWD ने मुख्यमंत्री आवास को सील कर दिया है। बता दें कि कुछ दिनों पहले पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस आवास को खाली कर दिया था और वे नए घर में चले गए थे। इसके बाद विजिलेंस टीम ने आवास की चाबी न सौंपे जाने को लेकर विशेष सचिव समेत 3 अधिकारियों को नोटिस भेजा था।
क्यों सील किया गया आवास?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बंगले के हैंडओवर को लेकर विवाद है। जिस दिन केजरीवाल ने आवास खाली किया था, तब मकान की चाबी उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने एक कर्मचारी को दी थी। उसके बाद चाबी PWD को मिलनी चाहिए थी, जो नहीं मिली। भाजपा ने आवास को सील करने की मांग करते हुए आरोप लगाया था कि केजरीवाल ने आवास की चाबी PWD को सौंपने की बजाय आतिशी को सौंप दी है।
क्या है मामला?
भाजपा ने मुख्यमंत्री आवास के रिनोवेशन में अनियमितताओं का आरोप लगाया था। इसके बाद विजिलेंस विभाग मामले की जांच कर रहा है। विभाग ने PWD के 10 अधिकारियों पर कार्रवाई की है। इस मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) भी जांच कर रही है। 8 अक्टूबर को जारी नोटिस में विजिलेंस ने कहा था कि मुख्यमंत्री आवास को कभी भी दिल्ली के मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास के रूप में चिन्हित नहीं किया गया है।
AAP ने कहा- मुख्यमंत्री आतिशी का सामान बाहर निकाल दिया
AAP ने कहा कि उपराज्यपाल के निर्देश पर मुख्यमंत्री आतिशी का सारा सामान मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकाल दिया गया है। इससे पहले AAP ने एक अलग बयान में कहा था, "प्रोटोकॉल की अवहेलना करते हुए अधिकारी भाजपा के दबाव के कारण 6, फ्लैग स्टाफ रोड स्थित बंगले को दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को आवंटित नहीं कर रहे हैं, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसे खाली कर दिया है।"
AAP ने लगाया था भाजपा पर कब्जा करने का आरोप
आम आदमी पार्टी (AAP) सांसद संजय सिंह ने भाजपा पर मुख्यमंत्री आवास कब्जाने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था, "पिछले दिनों मुख्यमंत्री आतिशी ने मुख्यमंत्री आवास स्थित कैंप कार्यालय में स्टाफ के साथ बैठक की तो उसके बाद कैंप कार्यालय भी खत्म कर वहां काम कर रहे स्टाफ को जाने के लिए कह दिया गया। भाजपा वाले चुनाव नहीं जीत पा रहे हैं तो वह मुख्यमंत्री आवास पर कब्जा करना चाहते हैं। वे तमाम हथकंडे अपना रहे हैं।"
आवास को लेकर क्या है विवाद?
आरोप है कि केजरीवाल ने आवास की मरम्मत पर 44.78 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। सितंबर, 2020 से जून, 2022 के बीच 6 किस्तों में ये राशि खर्च की गई, जिसमें 11.30 करोड़ रुपये आंतरिक सज्जा और बाकी मार्बल फर्श, कंसल्टेंसी, बिजली संबंधी फिटिंग, अग्निशमन प्रणाली, अलमारी और किचन उपकरणों पर किए गए। पिछले साल गृह मंत्रालय की मंजूरी के बाद CBI ने इस मामले की जांच शुरू की थी।