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दिल्ली धमाका: महिला डॉक्टर की भूमिका ने बढ़ाई चिंता, फंड जुटाने से लेकर आतंकी संबंध का शक 
दिल्ली धमाके में एक महिला डॉक्टर की भूमिका भी सामने आई है

दिल्ली धमाका: महिला डॉक्टर की भूमिका ने बढ़ाई चिंता, फंड जुटाने से लेकर आतंकी संबंध का शक 

लेखन आबिद खान
Nov 11, 2025
02:45 pm

क्या है खबर?

दिल्ली में हुए कार धमाके से ठीक पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस ने लखनऊ से एक महिला डॉक्टर शाहीन शाहिद को गिरफ्तार किया था। शक है कि शाहीन ने फंड जुटाने में आतंकियों की मदद की थी। एक पेशेवर महिला डॉक्टर की आतंकी मॉड्यूल में इस कथित भूमिका ने एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है। जांचकर्ताओं का मानना ​​है कि मॉड्यूल में शामिल उच्च शिक्षित लोगों ने अपने पेशे का इस्तेमाल एजेंसियों से बचने के लिए किया।

कार

शाहीन की कार से मिली थी AK-47

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 10 नवंबर को लखनऊ से शाहीन को गिरफ्तार किया था। वह कई सालों से लखनऊ के लालबाग में रहती थी। इसके अलावा फरीदाबाद से डॉक्टर मुजम्मिल शकील और डॉक्टर आदिल अहमद भी पकड़े गए थे। कश्मीर में शाहीन की कार से AK-47 राइफल, जिंदा कारतूस और अन्य सामग्री मिली थी। पुलिस का मानना है कि शाहीन मुजम्मिल की गर्लफ्रेंड और सहयोगी थी। मुजम्मिल उसकी कार भी इस्तेमाल करता था।

भूमिका

फंड जुटाने में सक्रिय तौर पर शामिल थी शाहीन- रिपोर्ट

रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि शाहीन कई बार जम्मू-कश्मीर गई थी, जिसकी जानकारी निकाली जा रही है। जांचकर्ताओं का मानना है कि आतंकी गतिविधियों के लिए फंड जुटाने में भी शाहीन की भूमिका थी। माना जाता है कि समूह ने 35-40 लाख रुपये इकट्ठा किए थे, जिनमें से ज्यादातर कथित तौर पर शाहीन के नेटवर्क के माध्यम से जुटाए गए थे। फरीदाबाद में जिस वाहन से हथियार बरामद किए गए थे, वह भी शाहीन के नाम पर है।

जैश

शाहीन के जैश से जुड़े होने का शक

न्यूज18 ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि शाहीन को भारत में मनोवैज्ञानिक युद्ध के लिए जैश-ए-मोहम्मद (JeM) द्वारा महिला ब्रिगेड गठित करने के अभियान के तहत कट्टरपंथी बनाया गया था। शाहीन भारत में जैश के लिए महिलाओं की भर्ती की देखरेख भी कर रही थी। बता दें कि JeM ने पहली बार महिला आतंकवादियों की एक अलग यूनिट बनाई है, जिसे 'जमीयत-उल-मोमिनात' नाम दिया गया है। इसकी कमान मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर संभाल रही है।

विश्वविद्यालय

शाहीन के अल-फलाह विश्वविद्यालय से भी संबंध की खबर

जांच में सामने आया कि शाहीन का संपर्क कई संदिग्ध नेटवर्क से था, जिनका संबंध पाकिस्तान में बैठे आतंकियों से है। वो मुजम्मिल और अन्य लोगों के साथ मेडिकल कल्याण और NGO चैनलों के जरिए बातचीत करती थी, जो अवैध धन हस्तांतरण और समन्वय के लिए ढाल था। शाहीन का नाम फरीदाबाद स्थित अल-फलाह विश्वविद्यालय से भी जुड़ा बताया जा रहा है, जहां वो किसी शैक्षणिक प्रोजेक्ट या स्वास्थ्य सेवा से संबंधित भूमिका में थीं।