दिल्ली विस्फोट मामला: लाल किले से पहले प्रधानमंत्री आवास के पास गया था आरोपी उमर
क्या है खबर?
दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास कार में हुए विस्फोट के मामले में पुलिस और अन्य जांच एजेंसियां लगातार पड़ताल कर रही है। अब तक कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया जा चुका है। एजेंसियां यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि मुख्य आरोपी डॉ मोहम्मद उमर नबी के मन में धमाके से पहले क्या चल रहा था। इस बीच सामने आया है कि उमर धमाके से पहले प्रधानमंत्री आवास समेत कई अहम जगहों पर गया था।
खुलासा
कार लेकर लगातार घूमता रहा था उमर
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने जांच के दौरान 40 से ज्यादा CCTV फुटेज जुटाए हैं, जिसमें धमाके वाली i20 कार 9 नवंबर की रात 11:30 बजे से 10 नवंबर को धमाका होने तक दिल्ली में कई जगह चक्कर लगाती नजर आई है। ये सभी CCTV फुटेज 29 अक्टूबर से लेकर 10 नवंबर के बीच के बताए जा रहे हैं। इन फुटेज की मदद से पुलिस ने आतंकी उमर मोहम्मद के पूरे मार्ग का पता लगा लिया है।
इलाके
इन इलाकों में कार लेकर घूमा था उमर
पुलिस की जांच में पता चला है कि उमर लाल किला पहुंचने से पहले दिल्ली में कई जगह अपनी कार लेकर घूमता रहा। इस दौरान वह DND, मयूर विहार, चिल्ला गांव, आश्रम चौक, निजामुद्दीन, इंडिया गेट, रेल भवन, कर्तव्य पथ (प्रधानमंत्री आवास), सुनहरी बाग, तुगलक रोड, लोधी रोड, अरविंदो मार्ग, CP आउटप सर्किल, रामलीला मैदान, दिल्ली गेट, दरियांगज जैसे इलाकों में घूमा था। उसके बाद कार 9 नवंबर की रात 12:46 बजे खलीलपुर टोल से निकल गई।
मार्ग
आश्रम चौक रहा उमर का मुख्य प्वाइंट
उमर ने दिल्ली में घूमने के लिए 3 मार्गों का इस्तेमाल किया। पहले मार्ग पर वह आश्रम चौक से DND, मयूर विहार, नोएडा की ओर कुछ आगे तक जाकर दोबारा आश्रम चौक आ गया। दूसरे मार्ग पर वह आश्रम चौक से नई दिल्ली, इंडिया गेट, तुगलक रोड, INA मार्केट होते हुए आश्रम चौक पहुंचा। तीसरे मार्ग पर वह आश्रम चौक से कर्तव्य पथ, राष्ट्रपति भवन, धौला कुंआ, वजीरपुर, नई दिल्ली पहुंचा और फिर कनॉट प्लेस होते हुए लाल किला पहुंचा।
फरार
उमर के दो साथी अब भी फरार
दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपी उमर के 2 साथी भी फरार हैं। इन दोनों के दिल्ली-NCR में पनाह लिए होने की आशंका है। उन्होंने बताया कि उमर 9 नवंबर की रात 11.30 केएमपुर और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस के मिलान वाली जगह से एक्सप्रेसवे पर चढ़ा था। वहां से फिरोजपुर झिरका गया और हाइवे से उतर गया। उसके बाद वह वापस फरीदाबाद होते हुए बदरपुर पहुंचा। यहां से दिल्ली में प्रवेश किया।
रिहाई
NIA ने 3 डॉक्टर समेत 4 लोग पूछताछ के बाद छोड़ा
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हिरासत में लिए गए तीन डॉक्टर समेत 4 लोगों को रिहा कर दिया है। संदिग्धों की पहचान डॉ रेहान, डॉ मोहम्मद, डॉ मुस्तकीम और उर्वरक व्यापारी दिनेश सिंगला के रूप में हुई है, जिन्हें हाल ही में हरियाणा के नूंह से गिरफ्तार किया गया था। वे पहले उमर के संपर्क में थे और अल फलाह विश्वविद्यालय से उनके संबंध थे, जिसकी आतंकवादी गतिविधियों के लिए जांच चल रही है।
सबूत
NIA को संदिग्धों के खिलाफ नहीं मिले काेई सबूत
तीन दिनों की गहन पूछताछ के बाद NIA को इन चारों व्यक्तियों के विस्फोट से जुड़े होने के कोई ठोस सबूत या डिजिटल फुटप्रिंट नहीं मिले। उनके परिवारों ने उनकी रिहाई की पुष्टि की, लेकिन आगे कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। एजेंसी उन पर नजर रखेगी। इस मामले में अब तक मेवात से 7 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें से 4 को अब रिहा कर दिया गया है। हालांकि, अभी भी जांच जारी है।
पृष्ठभूमि
दिल्ली विस्फोट में हुई है 12 लोगों की मौत
दिल्ली के लाल किले के पास 10 नवंबर को एक हुंडई i20 कार में हुए विस्फोट में 12 लोग मारे गए और कई घायल हुए हैं। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा निवासी और फरीदाबाद स्थित अल फलाह विश्वविद्यालय में कार्यरत डॉक्टर उमर मोहम्मद उर्फ उमर नबी, मुख्य साजिशकर्ता के रूप में पहचाना गया है। जांचकर्ताओं ने एक सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है, जिसे कथित तौर पर इस विश्वविद्यालय के डॉक्टरों सहित उच्च शिक्षित पेशेवर चला रहे हैं।