
दिल्ली एयरपोर्ट हादसा: मृतक रमेश परिवार में था अकेला कमाने वाला, बेटियों की होनी है शादी
क्या है खबर?
दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 की छत का हिस्सा गिरने से टैक्सी चालक रमेश कुमार की मौत हो गई है।
वो टैक्सी लेकर सवारी का इंतजार कर रहे था, तभी छत का हिस्सा कार पर गिरा और रमेश दब गया।
45 साल के रमेश दिल्ली के रोहिणी में विजय विहार के रहने वाले थे। उनके 2 बेटे और 2 बेटियां हैं।
जल्द ही बेटियों की शादी होने वाली थी, ऐसे में रमेश की मौत से उनका परिवार बेहद सदमे में है।
परिवार
परिवार में इकलौता कमाने वाला था रमेश
रमेश अपने परिवार के इकलौते कमाने वाले था।
रमेश के भाई राजेश कुमार ने कहा, "जब इस घटना के बारे में पता चला तो बहुत बुरा लगा। परिवार में 2 बेटियां हैं, उनकी शादी होनी है। हमें चिंता इस बात की है कि उनकी शादी कैसे होगी। कैसे घर चलेगा। हमारे पास कोई नौकरी नहीं है। गाड़ी चलाते हैं इसी से पेट भरता है।"
रमेश के बेटे रवींद्र ने भी चिंता जताई कि पिता के बिना परिवार कैसे चलेगा।
आरोप
बेटे ने कहा- पिता की शक्ल तक नहीं दिखाई
आज तक से बात करते हुए रविंद्र ने कहा, "सुबह 8:30 बजे पुलिस थाने से फोन आया और मुझे तुरंत एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 पर आने को कहा गया। पता लगा कि पिता के साथ हादसा हो गया है। सुबह के वक्त जाम था, हम आधे रास्ते तक पैदल-पैदल गए। फिर जैसे तैसे पहुंचे। अस्पताल पहुंचने के बाद पुलिस ने हमें 2 घंटे बैठाए रखा। फिर कहा कि सुबह आकर शव ले जाना। हमें पिता की शक्ल तक नहीं दिखाई।"
घर
कुछ समय पहले ही बदला था घर
रमेश की पत्नी आशा घरेलू सहायिका का काम करती है। उनके सबसे बड़े रवींद्र 25 साल और सबसे छोटी बेटी भावना 18 साल की है। चारों बच्चे फिलहाल पढ़ाई कर रहे हैं।
परिवार ने बताया कि वे 1-2 महीने पहले ही विजय विहार रहने आए थे।
रमेश बीते 4 साल से कैब चलाकर परिवार को पालन-पोषण कर रहे थे। हादसे से कुछ देर बाद ही रमेश की शिफ्ट खत्म होने वाली थी।
मुआवजा
सरकार ने किया मुआवजे का ऐलान
हादसे को लेकर पुलिस ने FIR दर्ज की है। दिल्ली के डोमेस्टिक एयरपोर्ट थाने में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 304A (लापरवाही से मौत), 337 (दूसरे के जीवन और व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालना) के तहत FIR दर्ज हुई है।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री के राम मोहन नायडू ने मृतक के परिवार को 20 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।