रक्षा मंत्रालय ने सेना की दक्षता बढ़ाने के लिए 7,800 करोड़ रुपये के प्रस्ताव मंजूर किए
क्या है खबर?
रक्षा मंत्रालय की सर्वोच्च संस्था समिति रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) की गुरुवार को हुई बैठक में 7,800 करोड़ रुपये के पूंजी अधिग्रहण प्रस्तावों को स्वीकृति दी गई।
यह बैठक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस दौरान थल सेना के अलावा वायुसेना और नौसेना की दक्षता बढ़ाने के लिए हेलीकॉप्टर के उपकरण, लाइट मशीन गन, टैबलेट और लैपटॉप आदि की खरीद को मंजूरी दी गई।
मंजूरी
इन हथियारों और उपकरणों की खरीद को दी गई मंजूरी
रक्षा मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, भारतीय वायुसेना की दक्षता बढ़ाने के लिए DAC ने भारतीय-IDDM श्रेणी के MI-17 V5 हेलीकॉप्टरों के लिए इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (EW) सुइट की खरीद की मंजूरी दी। यह हेलीकॉप्टरों की लाइफ को बढ़ाएगा।
EW सुइट भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) से खरीदा जाएगा।
इसके अलावा DAC ने मशीनीकृत पैदल सेना और बख्तरबंद रेजिमेंट्स के लिए मैदान-आधारित स्वायत्त प्रणाली की खरीद को भी मंजूरी दी।
दक्षता
स्वदेशी विक्रेताओं से खरीदे जाएंगे मजबूत लैपटॉप और टैबलेट
मैदान-आधारित स्वायत्त प्रणाली की खरीद से मानवरहित निगरानी और गोला-बारूद, ईंधन और पुर्जों की डिलीवरी के साथ-साथ युद्ध क्षेत्र से हताहतों की निकासी जैसे कार्य आसान होंगे।
मंत्रालय के मुताबिक, पैदल सेना के लिए 7.62x51 मिमी लाइट मशीन गन (LMG) और मशीनीकृत बलों की आवाजाही के लिए ब्रिज लेइंग टैंक (BLT) खरीदे जाएंगे।
प्रोजेक्ट शक्ति के तहत मजबूत लैपटॉप और टैबलेट की खरीद स्वदेशी विक्रेताओं से होगी। भारतीय नौसेना के MH-60R हेलीकॉप्टरों के लिए भी हथियारों की खरीद होगी।