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UN में मानवता पर पाकिस्तान ने दिया भाषण, भारत बोला- ये विडंबना की हद
UNHRC में भारत ने पाकिस्तान को जमकर सुनाया है (फाइल तस्वीर)

UN में मानवता पर पाकिस्तान ने दिया भाषण, भारत बोला- ये विडंबना की हद

लेखन आबिद खान
Oct 02, 2025
12:51 pm

क्या है खबर?

भारत ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में पाकिस्तान को जमकर फटकार लगाई है। भारतीय राजदूत मोहम्मद हुसैन ने कहा कि पाकिस्तान जैसे देश को मानवाधिकारों पर दूसरों को भाषण देने का साहस है, लेकिन खुद उसके यहां अल्पसंख्यकों का लगातार दमन हो रहा है। भारत ने कहा कि यह बेहद विडंबनापूर्ण है कि जिस देश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार होते हैं, वह दूसरों को मानवाधिकार का पाठ पढ़ा रहा है।

भारत

भारत ने कहा- पाकिस्तान अपने अल्पसंख्यकों पर ध्यान दे

जिनेवा में UNHRC के 60वें सत्र की 34वीं बैठक में बोलते हुए भारतीय राजनयिक मोहम्मद हुसैन ने पाकिस्तान से अपनी धरती पर अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न का सामना करने का आह्वान किया। हुसैन ने कहा, "भारत को यह बेहद विडंबनापूर्ण लगता है कि पाकिस्तान जैसा देश मानवाधिकारों पर दूसरों को उपदेश देना चाहता है। दुष्प्रचार फैलाने के बजाय पाकिस्तान को अपनी धरती पर अल्पसंख्यकों पर हो रहे उत्पीड़न का सामना करना चाहिए।"

अन्य देश

पाकिस्तान को कई मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने भी घेरा

सत्र में कई अंतरराष्ट्रीय शोधकर्ताओं और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने भी पाकिस्तान को घेरा। भू-राजनीतिक शोधकर्ता जॉश बोव्स ने बलूचिस्तान में हो रहे दमन को लेकर कहा, "पाकिस्तान नाजुक और हाशिये पर खड़े समुदायों को दबाता है, जबकि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर खुद को नैतिकता का ठेकेदार बताता है। 2025 के शुरुआती 6 महीनों में ही 785 जबरन गुमशुदगियां और 121 हत्याएं दर्ज की गई हैं। पश्तून राष्ट्रीय जिरगा ने बताया कि अब तक करीब 4,000 पश्तून लापता हैं।

PoK

PoK का मुद्दा भी उठा

यूनाइटेड कश्मीर पीपुल्स नेशनल पार्टी (UKPNP) के प्रवक्ता नासिर अजीज खान ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में बढ़ते दमन के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, "पाकिस्तान ने रेंजर्स की तैनाती की है और संसाधनों पर मालिकाना हक, मौलिक अधिकार और न्याय की मांग करने वाले एक वैध, अहिंसक आंदोलन को दबाने के लिए फोन और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। मानवीय संकट गहराता जा रहा है।"

प्लस

न्यूजबाइट्स प्लस

UNHRC की स्थापना 2006 में की गई थी और इसका मुख्यालय जिनेवा में है। ये अंतर-सरकारी निकाय है, जो दुनियाभर में मानवाधिकारों के संवर्धन और संरक्षण को सुदृढ़ करने, मानवाधिकार उल्लंघन की स्थितियों का समाधान और उन पर सुझाव देने का काम करता है। UNHRC में 47 सदस्य देश शामिल हैं, जिनका चुनाव संयुक्त राष्ट्र महासभा के 193 देशों द्वारा किया जाता है। हर साल एक-तिहाई सदस्यों के लिए चुनाव होता है।