कोरोना वायरस: देश में पिछले 24 घंटों में मिले 1,590 मामले, 146 दिनों बाद सबसे अधिक
देश में पिछले 24 घंटों के अंदर कोरोना वायरस संक्रमण के 1,590 नए मामले सामने आए हैं, वहीं इस अवधि के दौरान 910 संक्रमित ठीक हो गए, जबकि 6 मरीजों की मौत हो गई। आंकड़ों के मुताबिक, भारत में 146 दिनों बाद एक दिन में संक्रमण के 1,500 से अधिक नए मामले मिले हैं। गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से H3N2 वायरस के मामलों के साथ-साथ कोरोना वायरस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
किन राज्यों में हैं सर्वाधिक सक्रिय मामले?
आंकड़ों के मुताबिक, वर्तमान में कोरोना वायरस के सर्वाधिक 2,186 सक्रिय मामले केरल में हैं। महाराष्ट्र (1,763), गुजरात (1,291), कर्नाटक (635) और तमिलनाडु (549) में भी पिछले कुछ दिनों से कोरोना वायरस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
देश में क्या है महामारी की स्थिति?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, वर्तमान में देश में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 8,601 हो गई है। देश में अब तक कुल 4,41,62,832 लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं, जबकि 5,30,824 मरीजों की मौत हुई है। गौरतलब है कि देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 1,19,560 टेस्ट किए गए, जबकि अब तक कोरोना वायरस वैक्सीन की 220.65 करोड़ खुराकें लगाई जा चुकी हैं।
मामलों में वृद्धि के पीछे सब-वेरिएंट XBB.1.16
देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस के मामलों में हो रही वृद्धि के पीछे नए सब-वेरिएंट XBB.1.16 को कारण बताया गया है। भारतीय कोविड जीनोम सीक्वेंसिंग कंसोर्टियम (INSACOG) के डाटा के अनुसार, मार्च में अब तक 204 मरीजों के सैंपल में XBB.1.16 वेरिएंट पाया गया है, जबकि फरवरी में 138 और जनवरी में मात्र 2 लोगों के सैंपल में यह सब-वेरिएंट मिला था। बता दें कि अन्य 2 सब वेरिएंट XBB.1.5 और XBB.2.3 के कम मामले मिले हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने की थी उच्चस्तरीय बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड और इन्फ्लुएंजा के मामलों से निपटने के लिए तैयारियों की समीक्षा के लिए बुधवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की थी। प्रधानमंत्री मोदी ने निगरानी और परीक्षण बढ़ाने के साथ-साथ जीनोम सीक्वेंसिंग में तेजी लाने की आवश्यकता पर जोर दिया था। बता दें कि बैठक में तैयारियों को सुनिश्चित करने के लिए देशभर के अस्पतालों में एक बार फिर से मॉक ड्रिल का आयोजन किए जाने को लेकर भी फैसला किया गया था।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव भी जता चुके हैं चिंता
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने मौसमी इंफ्लुएंजा H3N2 वायरस के बढ़ते मामलों के बीच कोरोना वायरस संक्रमण की पॉजिटिविटी दर में हुई वृद्धि को लेकर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि स्थिति पर नियंत्रण किए जाने की आवश्यकता है। गौरतलब है कि गुजरात में पॉजिटिविटी रेट 0.32 से बढ़कर 2 प्रतिशत और केरल में 2.02 प्रतिशत से बढ़कर 4.17 प्रतिशत हो गई है, वहीं तमिलनाडु में दर 0.89 से बढ़कर 2.26 प्रतिशत हो गई है।
भारत में वायरल बुखार के मामलों में भी हुई है बढ़ोतरी
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने वायरल बुखार के मामलों में हुई बढ़ोतरी के पीछे H3N2 वायरस को जिम्मेदार बताया है, जो इंफ्लुएंजा A का ही एक प्रकार है। IMA के मुताबिक, अक्टूबर से फरवरी के बीच इंफ्लुएंजा और दूसरे वायरस की वजह से इस तरह का बुखार आना सामान्य है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, इंफ्लुएंजा वायरस 4 तरह के होते हैं- A, B, C और D। इनमें से A और B वायरस एक विशेष मौसम में फैलते हैं।