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CJI गवई पर जूता फेंकने वाला वकील बार से निष्कासित, सुप्रीम कोर्ट में प्रवेश निषेध
CJI बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले वकील को निष्कासित किया गया

CJI गवई पर जूता फेंकने वाला वकील बार से निष्कासित, सुप्रीम कोर्ट में प्रवेश निषेध

लेखन गजेंद्र
Oct 09, 2025
11:40 am

क्या है खबर?

सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) ने भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले वकील राकेश माथुर (71) की अस्थायी सदस्यता समाप्त कर दी है। बार एसोसिशन ने गुरुवार को वकील राकेश को संगठन से तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया और उनका प्रवेश कार्ड भी रद्द कर दिया है। अब उनको किसी सूरत में सुप्रीम कोर्ट परिसर में प्रवेश नहीं मिलेगा। भारतीय बार काउंसिल ने आरोपी वकील को पहले ही निलंबित कर दिया था।

नोटिस

बार एसोसिएशन ने क्या कहा?

बार एसोसिएशन ने जारी नोटिस कहा, "ऐसा निंदनीय, अव्यवस्थित और असंयमित व्यवहार न्यायालय के एक अधिकारी के लिए पूरी तरह से अनुचित है और यह पेशेवर नैतिकता, शिष्टाचार और सर्वोच्च न्यायालय की गरिमा का गंभीर उल्लंघन है। राकेश किशोर द्वारा किया गया हमला न्यायिक स्वतंत्रता और अदालती कार्यवाही की पवित्रता पर सीधा हमला है। कार्यकारी समिति ने यह विचार किया कि राकेश किशोर को अस्थायी सदस्य बनाए रखना एसोसिएशन के सदस्यों से अपेक्षित गरिमा-अनुशासन के साथ पूरी तरह असंगत होगा।"

प्राथमिकी

बेंगलुरु में वकील के खिलाफ FIR दर्ज

CJI गवई ने आरोपी वकील पर कोई कार्यवाही से मना किया है। इसके बावजूद बेंगलुरु के विधान सौधा थाने में उनके खिलाफ जीरो FIR दर्ज की गई है। FIR अखिल भारतीय अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष भक्तवचला (73) की लिखित शिकायत पर दर्ज हुआ है। उन्होंने घटना को गंभीर और न्यायपालिका की गरिमा पर आघात बताया है। दूसरी तरफ, एक वकील ने भी किशोर के खिलाफ आपराधिक अवमानना ​​कार्यवाही शुरू करने के लिए अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी से सहमति मांगी है।

घटना

क्या है मामला?

सोमवार 6 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में एक सुनवाई के दौरान वकील राकेश किशोर ने अचानक अपना जूता निकाल लिया और उसे CJI गवई की तरफ फेंकने का प्रयास किया। हालांकि, उसे मौके पर तैनात सुरक्षाकर्मियों और कर्मचारियों ने पकड़ लिया। आरोपी वकील ने "सनातन का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान" का नारा भी लगाया। घटना के बाद CJI ने उस पर कोई कार्रवाई करने से मना कर दिया। आरोपी वकील ने मीडिया में अपने किए पर कोई खेद नहीं जताया।