
INX मीडिया केस: चिदंबरम के परिवार की सरकार को चुनौती, कहा- सबूत पेश करें
क्या है खबर?
INX मीडिया केस में गिरफ्तार किए गए कांग्रेस के दिग्गज नेता पी चिदंबरम के परिवार ने बयान जारी करते हुए केंद्र सरकार को उनके खिलाफ एक भी सबूत पेश करने की चुनौती दी है।
परिवार ने ये प्रतिक्रिया प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सुप्रीम कोर्ट में दाखिल उस हलफनामे पर दी है, जिसमें उसने 12 देशों में चिदंबरम की संपत्तियां होने, विदेशों में 17 अनामी बैंक खाते और फर्जी कंपनियों होने का आरोप लगाया था।
बयान
चिदंबरम के परिवार को उम्मीद, अंत में सत्य की जीत होगी
सोशल मीडिया पर जारी किए गए अपने बयान में चिदंबरम के परिवार ने कहा है, "हम सरकार को दुनिया में कहीं भी एक भी अघोषित बैंक खाते/संपत्ति या फर्जी कंपनी होने के समर्थन में सबूत का एक टुकड़ा भी पेश करने की चुनौती देते हैं। हमें पूरा विश्वास है कि अंत में सत्य की जीत होगी।"
बयान में चिदंबरम पर लग रहे बेबुनियाद और असत्यापित आरोपों को रिपोर्ट करने के लिए मीडिया पर भी निशाना साधा गया है।
मीडिया ट्रायल
"अदालत से पहले किसी को लेकर फैसला सुनाना सही नहीं"
बयान में कहा गया है, "हमें पता है कि केंद्र सरकार चिदंबरम को तंग करने और नीचा दिखाने के लिए ऐसा करा रही है। हम बहुत दुखी है कि मीडिया बदनामी के खिलाफ स्वतंत्रता को बनाए रखने में असमर्थ है।"
बयान में ये भी कहा, "स्वतंत्रता का एक मौलिक सिद्धांत ये है कि हर व्यक्ति को कोर्ट में दोषी सिद्ध होने तक बेगुनाह माना जाता है। ऐसे में अदालत से पहले किसी को लेकर फैसला सुनाना सही नहीं है।"
आरोप
ED ने लगाया था विदेशों में सपत्ति और बैंक खाते होने का आरोप
बता दें कि INX मीडिया केस में सुप्रीम कोर्ट में हो रही सुनवाई में ED ने सोमवार को चिदंबरम के खिलाफ हलफनामा दाखिल किया था।
ED ने हलफनामा दायर करते हुए कोर्ट को बताया था कि चिदंबरम के पास 12 देशों में संपत्तियां हैं और विदेश में 17 अनाम बैंक खाते हैं।
ED ने उन पर अपने करीबियों के साथ मिलकर देश-विदेश में फर्जी कंपनियों का जाल बुनने का आरोप भी लगाया गया था।
सुप्रीम कोर्ट सुनवाई
चिदंबरम को बुधवार तक ED की गिरफ्तारी से सुरक्षा
मामले में आज भी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई और चिदंबरम को बुधवार तक ED की गिरफ्तारी से सुरक्षा दी गई है।
बता दें कि INX मीडिया केस में चिदंबरम के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और ED में दो अलग-अलग मामले चल रहे हैं।
अपने मामले में CBI ने उन्हें 21 अगस्त को गिरफ्तार किया था। वह 30 अगस्त तक उसकी कस्टडी में हैं, जबकि ED अपनी जांच के लिए उनकी कस्टडी की मांग कर रही है।