निज्जर हत्याकांड: 2 संदिग्धों की जल्द गिरफ्तार कर सकती है कनाडा पुलिस, भारत ने दी प्रतिक्रिया
क्या है खबर?
खालिस्तान समर्थित आतंकी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। कनाडा के एक अखबार ने दावा किया है कि कनाडा पुलिस मामले से जुड़े 2 संदिग्धों की जल्द ही गिरफ्तारी कर सकती है।
जांचकर्ताओं को शक है कि दोनों ने ब्रिटिश कोलंबिया में निज्जर को गोली मारी थी और फिलहाल दोनों कनाडा में ही छिपे हुए हैं। कनाडा के अखबार द ग्लोब एंड मेल ने ये दावा किया है।
नजर
संदिग्धों पर नजर रख रही पुलिस
द ग्लोब एंड मेल ने 3 अज्ञात सूत्रों के हवाले से कहा है कि संदिग्ध हत्यारों ने निज्जर की हत्या के बाद कनाडा नहीं छोड़ा है और पिछले कई महीने से पुलिस उन पर नजर रख रही है।
सूत्रों ने बताया कि जब आरोप तय किए जाएंगे, तब पुलिस हत्याकांड में उनकी संलिप्तता और भारत सरकार की कथित भूमिका के बारे में विस्तार से बताएगी। दावा है कि 'कुछ ही हफ्तों' में गिरफ्तारी हो सकती है।
भारत
भारत बोला- जानकारी मिली तो गौर करेंगे
ओटावा में भारत के उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा ने कहा, "हमारे पास अभी भी इस पर कोई जानकारी नहीं है, इसलिए मैं जानकारी साझा होने तक इंतजार करूंगा। हम सभी स्तरों पर यह आश्वासन देते रहे हैं कि यदि कुछ विशिष्ट और प्रासंगिक है, तो हम उस पर गौर करेंगे। हम तब तक इंतजार करेंगे, जब तक कनाडाई अधिकारी हमसे संपर्क नहीं करते। अगर कोई जानकारी साझा करते हैं तो हम चीजों पर गौर करेंगे।"
आरोप
कनाडा ने भारत पर लगाए हैं निज्जर की हत्या के आरोप
निज्जर की इस साल जून में ब्रिटिश कोलंबिया के एक गुरुद्वारे के बाहर अज्ञात हमलावरों ने गोली मार हत्या कर दी थी। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इसका आरोप भारत पर लगाया है और 'विश्वसनीय सबूत' होने का दावा किया है।
भारत ने इन आरोपों को नकारते हुए कनाडा ने ठोस जानकारी पेश करने की अपील की है। दोनों देशों के बीच इस मामले पर काफी तनातनी चल रही है।
निज्जर
कौन था हरदीप सिंह निज्जर?
निज्जर मूल रूप से जालंधर के भर सिंह पुरा गांव का रहने वाला था। कनाडा जाने के बाद उसने कथित तौर पर प्लंबर का काम भी किया था। इसके बाद वह खालिस्तानियों के संपर्क में आ गया और कनाडा में खालिस्तान समर्थकों के बीच अपनी पैठ मजबूत कर ली।
राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) ने निज्जर पर 10 लाख रुपये का इनाम रखा था। भारत ने निज्जर को आतंकवादी घोषित कर रखा था।