हिंदू मंदिर पर हुए खालिस्तानी हमले पर भारत की कनाडा से मांग, दोषियों को पकड़ा जाए
कनाडा के ब्रैम्पटन में रविवार को हिंदू मंदिर पर खालिस्तानी समर्थकों के हमले पर विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को अपना बयान दिया है। मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हम ब्रैम्पटन में मंदिर पर हुए हमले की निंदा करते हैं और हमने कनाडा सरकार से कानून का शासन बनाए रखने और हिंसा को बढ़ावा देने वाले लोगों को न्याय के कटघरे में लाने का आह्वान किया है। उम्मीद है कि कनाडा सरकार उचित कार्रवाई करेगी।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जता चुके हैं नाराजगी
हमले के बाद 5 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर हमले की निंदा की थी। उन्होंने लिखा था, 'मैं कनाडा में एक हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे राजनयिकों को डराने-धमकाने की कायरतापूर्ण कोशिशें भी उतनी ही भयावह हैं। हिंसा के ऐसे कृत्य कभी भी भारत के संकल्प को कमजोर नहीं करेंगे। हम कनाडा सरकार से न्याय सुनिश्चित करने और कानून के शासन को बनाए रखने की उम्मीद करते हैं।'
क्या है मंदिर पर हमले का विवाद?
ओण्टारियों राज्य के ब्रैम्पटन में 3 नवंबर को खालिस्तानी समर्थकों ने हिंदू सभा मंदिर में आए श्रद्धालुओं को निशाना बनाया। आरोप है कि खालिस्तान समर्थकों ने बच्चों और महिलाओं को भी पीटा। घटना का वीडियो भी जारी हुआ। घटना के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया। आरोप है कि कनाडा पुलिसकर्मी भी खालिस्तानी समर्थकों से मिले हुए थे। एक पुलिसकर्मी निलंबित हुआ है। घटना की कनाडा सरकार ने भी निंदा की। हिंदुओं ने पुलिस और खालिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन किया।