पटना में BPSC छात्रों का प्रदर्शन: मुख्यमंत्री आवास जाने से रोके गए, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
क्या है खबर?
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर हजारों छात्र बिहार की राजधानी पटना में प्रदर्शन कर रहे हैं।
छात्रों के समर्थन में जनसुराज पार्टी के संयोजक प्रशांत किशोर ने छात्र संसद भी बुलाई थी। इसके बाद छात्र गांधी मैदान से मुख्यमंत्री आवास के लिए निकल पड़े हैं, जहां पुलिस ने बैरिकैडिंग कर छात्रों को रोका है।
पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया है और पानी की बौछार भी छोड़ी है।
बयान
प्रशांत किशोर बोले- सालों से छात्रों का जीवन बर्बाद हो रहा
प्रशांत किशोर ने कहा, "यह आंदोलन छात्रों के भविष्य को बचाने की लड़ाई है। इसे तभी सफलता मिलेगी, जब सब एकजुट होकर लंबे समय तक डटे रहेंगे। एक दिन नारे लगाने से कुछ नहीं होगा। बिहार में छात्रों का जीवन कई सालों से बर्बाद हो रहा है। यह लड़ाई लंबे समय तक चलानी होगी और इसे अंजाम तक पहुंचाना होगा। किसान दिल्ली में सालों तक डेरा डालकर बैठे थे, तभी कुछ हुआ।"
लाठीचार्ज
छात्रों पर कुछ दिन पहले हुआ था लाठीचार्ज
बीते कई दिनों से BPSC अभ्यर्थी पटना के गर्दनीबाग इलाके में लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि परीक्षा में धांधली हुई है, ऐसे में परीक्षा को निरस्त किया जाना चाहिए।
विरोध प्रदर्शन के दौरान 25 दिसंबर को पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया था, जिसमें कई छात्रों को गंभीर चोटें आई थीं।
बिहार के चर्चित खान सर भी छात्रों के समर्थन में धरनास्थल पहुंचे थे।
मांगें
क्या हैं छात्रों की मांगें?
प्रारंभिक परीक्षा को पूरी तरह रद्द कर दोबारा नए सिरे से परीक्षा हो।
आयोग एक ही परीक्षा लेकर एक ही परिणाम जारी करे, ताकि सभी अभ्यर्थियों के साथ न्याय सुनिश्चित हो।
अभ्यर्थी 13 दिसंबर को हुई प्रारंभिक परीक्षा में धांधली का आरोप लगा रहे हैं। विरोध के बाद एक परीक्षा केंद्र की परीक्षा रद्द कर दी गई थी, जो 4 जनवरी को दोबारा होना है। छात्र पूरी परीक्षा दोबारा करने की मांग कर रहे हैं।
आयोग
आयोग का क्या कहना है?
आयोग ने दोबारा परीक्षा कराने से इनकार कर दिया है। BPSC ने कहा है कि किसी भी हालत में प्रारंभिक परीक्षा को रद्द नहीं किया जाएगा और दोबारा परीक्षा नहीं होगी।
परीक्षा नियंत्रक राजेश कुमार ने कहा, "किसी भी हालत में 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द नहीं किया जाएगा। बापू परीक्षा परिसर के 12,000 अभ्यर्थियों की फिर से 4 जनवरी को परीक्षा होगी। इसके बाद मुख्य परीक्षा अप्रैल में होने की संभावना है। सभी अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा की तैयारी करें।"