समलैंगिक विवाहः भाजपा सांसद ने संसद में जताया एतराज, कहा- 2 जज तय नहीं कर सकते
सुप्रीम कोर्ट में समलैंगिक विवाह पर सरकार द्वारा अपना पक्ष रखने से पहले भाजपा के राज्यसभा सांसद और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने इस पर कड़ा एतराज जताया। उन्होंने शून्यकाल में बहस के दौरान कहा कि सामाजिक रूप से महत्त्वपूर्ण विषय पर दो जज बैठकर निर्णय नहीं ले सकते। कुछ वाम-उदारवादी कार्यकर्ता समलैंगिक विवाह की कानूनी शुद्धि चाहते हैं। न्यायपालिका को ऐसा कोई आदेश नहीं देना चाहिए जो देश के सांस्कृतिक लोकाचार के खिलाफ है।
अदालत नहीं, समाज और संसद में होनी चाहिए बहस- मोदी
सुशील ने कहा कि समलैंगिक विवाह देश के किसी पर्सनल लॉ में भी मान्य नहीं है। उन्होंने कहा कि दो जज इस जरूरी विषय पर फैसला नहीं कर सकते। मामले पर बहस बडे़ समाज और संसद में होनी चाहिए। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वे कोर्ट में इसके खिलाफ मजबूती से लड़ें। बता दें, सुप्रीम कोर्ट ने 2018 के अपने फैसले में समलैंगिक संबंधों को वैध करार दिया था। अब वैवाहिक मान्यता के लिए मामला कोर्ट में लंबित है।