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बिहार: DGP गुप्तेश्वर पांडे ने लिया रिटायरमेंट, भाजपा के टिकट पर लड़ सकते हैं चुनाव

बिहार: DGP गुप्तेश्वर पांडे ने लिया रिटायरमेंट, भाजपा के टिकट पर लड़ सकते हैं चुनाव

Sep 23, 2020
11:03 am

क्या है खबर?

बिहार सरकार ने पुलिस महानिदेशक (DGP) गुप्तेश्वर पांडे का स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) आवेदन स्वीकार कर लिया है। सरकार ने उनका आवेदन तुरंत स्वीकार कर लिया और पांडे 22 सितंबर से रिटायर माने जाएंगे। ऐसा कहा जा रहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पांडे ने सेवानिवृत्ति ली है। पिछले साल हुए लोकसभा चुनावों से पहले नीतीश कुमार ने उन्हें DGP बनाया था। उनकी जगह वरिष्ठ IPS अधिकारी एसके सिंघल को DGP का अतिरिक्त कार्भार सौंपा गया है।

जानकारी

अगले साल फरवरी तक था पांडे का कार्यकाल

बतौर DGP पांडे का कार्यकाल 28 फरवरी 2021 तक था। हालांकि, उन्होंने मंगलवार को कार्यकाल पूरा होने से पहले रिटायरमेंट लेने का फैसला किया, जिसे सरकार ने तुरंत मंजूर कर लिया। इसके लिए उन्हें नियमों में भी राहत दी गई है।

कयास

भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं गुप्तेश्वर पांडे

सूत्रों ने बताया कि पांडे बक्सर से विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं और भाजपा ने उन्हें टिकट देने का आश्वासन दिया है। हाल ही के दिनों में सुशांत सिंह राजपूत मामले में वो मुंबई पुलिस पर काफी हमलावर दिखे थे। बॉलीवुड अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती पर की गई अपनी एक टिप्पणी के कारण उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। पांडे ने कहा था कि रिया चक्रवर्ती की इतनी 'औकात' नहीं है कि वो नीतीश कुमार के बारे में टिप्पणी करें।

सवाल-जवाब

चुनाव लड़ने के सवाल पर क्या बोले पांडे?

रिटायरमेंट के बाद पांडे ने कहा कि बक्सर, जहानाबाद, बेगूसराय और दूसरे कई जिलों के लोग उनके पास आ रहे हैं। उन्होंने कहा, "मैं लोगों से बात करुंगा कि वो किस रूप में मेरी सेवा चाहते हैं और उसके बाद कोई फैसला लूंगा।" जब उनसे पूछा गया कि क्या वो चुनाव लड़ेंगे तो उन्होंने कहा, "मैंने अभी तक ये नहीं कहा कि मैं चुनाव लडूंगा। मैंने कोई पार्टी ज्वॉइन नहीं किया है। जब ऐसा होगा तो आपको बता दिया जाएगा।"

राजनीतिक महत्वाकांक्षा

2009 चुनावों के समय भी VRS ले चुके थे पांडे

बिहार के बक्सर जिले के रहने वाले पांडे 1987 बैच के IPS अधिकारी हैं। इससे पहले वो 2009 में भी VRS ले चुके थे। उस समय वो भाजपा की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे। उन्हें उम्मीद थी कि भाजपा तत्कालीन सांसद लालमणि चौबे की जगह उन्हें चुनावी मैदान में उतारेगी, लेकिन पार्टी ने एक बार फिर चौबे को ही लोकसभा उम्मीदवार बना दिया। सियासी मंसूबे अधूरे रहने के बाद पांडे ने फिर से नौकरी में वापसी कर ली।

तैनाती

इन पदों पर तैनात रहे पांडे

अपनी 33 साल की नौकरी में पांडे ने अलग-अलग पदों पर अपनी सेवाएं दीं। वो औरंगाबाद, अरवल, नालंदा, बेगूसराय और जहानाबाद आदि जिलों के SP रहे और बाद में मूंगेर और मुजफ्फरपुर जोन के DIG भी रहे। बाद में उन्हें मुजफ्फरपुर जोन का IG और DG बिहार पुलिस (ट्रेनिंग) बनाया गया। नीतीश कुमार के शराबबंदी अभियान को लागू करने में पांडे की अहम भूमिका मानी जाती है। हालिया दिनों में वो अपनी टिप्पणियों के कारण चर्चा में रहे।