मुंबई: अमित शाह की सुरक्षा में बड़ी चूक, अधिकारी बनकर नजदीक पहुंचा शख्स
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई। यहां एक शख्स गृह मंत्रालय का अधिकारी बनकर घंटों शाह के सुरक्षा घेरे में घूमता रहा। उसे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के घरों के बाहर भी देखा गया। आरोपी पर शक होने पर गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने मुंबई पुलिस को इसकी सूचना दी जिसने उसे गिरफ्तार किया।
गृह मंत्रालय का पहचान पत्र पहनकर घूम रहा था आरोपी
मंगलवार को खत्म हुए अमित शाह के दो दिन के मुंबई दौरे के दौरान ये घटना हुई। 32 वर्षीय आरोपी हेमंत पवार गृह मंत्रालय का एक पहचान पत्र पहनकर कई घंटों तक शाह के आसपास घूमता रहा। पुलिस के अनुसार, उसने खुद को सुरक्षा इंतजाम संभाल रहे एक अधिकारी के तौर पर दर्शाया। उसे शाह के कम से कम दो कार्यक्रमों में देखा गया। इसके अलावा वह ब्लेजर पहनकर शिंदे और फडणवीस के घर के बाहर भी दिखा।
मुंबई पुलिस ने तीन घंटे की खोज के बाद किया आरोपी को गिरफ्तार
जब आरोपी पवार मालाबार हिल्स स्थित सागर बंगला पर शाह के सुरक्षा घेरे के पास घूम रहा था तो गृह मंत्रालय के एक अधिकारी को उस पर शक हो गया और उन्होंने मुंबई पुलिस को सूचित किया। पुुलिस ने तीन घंटे की खोज के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के समय वह महाराष्ट्र के धुले स्थित अपने गृहनगर जाने की तैयारी कर रहा था। उसे पांच दिन की पुलिस रिमांड में भेजा गया है।
आंध्र प्रदेश के सांसद के PA के तौर पर काम कर चुका है आरोपी
पुलिस के अनुसार, पवार आंध्र प्रदेश के एक सांसद के निजी सहायक (PA) के तौर पर काम कर चुका है और उसके पास संसद में दाखिल होने का पास है, हालांकि उसने गृह मंत्रालय का जो पहचान पत्र लगाया था, उसकी अनुमति उसे नहीं है। पुलिस को शक है कि पवार कुछ लोगों को यह दिखाने की कोशिश कर रहा था कि वह भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के कितना नजदीक है और गृह मंत्रालय के लिए काम कर रहा है।
जनवरी में प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में हुई थी चूक
बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक हो चुकी है। 5 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब के भठिंडा से हुसैनीवाला जा रहे थे। उन्हें यह सफर हेलिकॉप्टर से तय करना था, लेकिन खराब मौसम के चलते ऐसा नहीं हो सका। इसक बाद उनका काफिला सड़क मार्ग से आगे बढ़ गया। हुसैनीवाला से 30 किलोमीटर पहले प्रदर्शनकारियों ने सड़क को बंद कर रखा था। ऐसे में प्रधानमंत्री को 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर खड़े रहना पड़ा था।