कश्मीर: कुलगाम में हिंदू बैंक मैनेजर की गोली मारकर हत्या, तीन दिन में दूसरा आतंकी हमला
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकियों ने आज एक बैंक मैनेजर की गोली मारकर हत्या कर दी। समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, आतंकियों ने मोहनपोरा इलाके में स्थित एलाक्वाई देहाती बैंक में घुसकर इसके मैनेजर विजय कुमार को निशाना बनाया। हमले में विजय गंभीर रूप से घायल हुए और उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वह राजस्थान के हनुमानगढ़ के रहने वाले थे। सुरक्षाबलों ने इलाके को घेरकर आतंकियों की तलाश शुरू कर दी है।
उमर अब्दुल्ला बोले- परिवारों को इस तरह बर्बाद होते देखना दिल दहलाने वाला
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांग्रेस (NC) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने घटना पर दुख प्रकट किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'विजय कुमार की लक्षित हत्या के बारे में सुनकर बहुत बुरा लगा है। हमले की आलोचना और मौत पर शौक व्यक्त करने के लिए ट्वीट करना दिमाग को सुन्न कर देने वाली नियमित चीज होती जा रही है। परिवारों को इस तरह बर्बाद होते देखना दिल दहलाने वाला है।'
अशोक गहलोत ने बोला केंद्र सरकार पर हमला
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी ट्वीट कर घटना की निंदा की है और सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने लिखा, 'जम्मू कश्मीर के कुलगाम में कार्यरत हनुमानगढ़, राजस्थान के निवासी श्री विजय कुमार की आतंकियों द्वारा हत्या घोर निंदनीय है। मैं ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति एवं परिवार को हिम्मत देने की प्रार्थना करता हूं। NDA सरकार कश्मीर में शांति बहाल करने में असफल रही है। केंद्र सरकार कश्मीर में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे।'
कुलगाम में तीन दिन के अंदर दूसरे प्रवासी कर्मचारी की हत्या
बता दें कि यह पिछले तीन दिन में कुलगाम में दूसरे प्रवासी कर्मचारी की हत्या है। इससे पहले मंगलवार को जिले के गोपालपोरा इलाके में एक महिला शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। 36 वर्षीय रजनी बाला यहां एक सरकारी स्कूल में पढ़ाती थीं और सुबह लगभग 10 बजे आतंकियों ने स्कूल में घुसकर उन्हें गोली मार दी थी। वह जम्मू के सांबा जिले की रहने वाली थीं।
कश्मीर में बढ़ रही हैं लक्षित हत्याएं
गौरतलब है कि कश्मीर में हालिया समय में कई लक्षित हत्याएं हो चुकी हैं जिनमें मुख्य तौर पर अल्पसंख्यकों (कश्मीरी पंडित और हिंदू प्रवासी मजदूरों) को निशाना बनाया गया है। 25 मई को ही आतंकियों ने बडगाम के चादूरा में टीवी कलाकार अमरीन भट की हत्या कर दी थी। इससे पहले इसी महीने आतंकियों ने बडगाम में तहसीलदार के दफ्तर में घुसकर एक कश्मीरी पंडित राहुल भट की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
डर की वजह से 100 से अधिक पंडित परिवारों ने छोड़ा कश्मीर
इन लक्षित हत्याओं के कारण पहले से ही भय में चल रहे प्रवासी मजदूरों और कश्मीरी पंडितों का डर कुलगाम में रजनी की हत्या के बाद चरम पर पहुंच गया है और उन्होंन घाटी छोड़ना शुरू कर दिया है। बारामूला की एक कश्मीरी पंडित कॉलोनी के अध्यक्ष अवतार कृष्णन भट ने बताया कि रजनी की हत्या के बाद इलाके में रह रहे 300 में से आधे परिवार भाग गए हैं। कश्मीरी पंडित सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी कर रहे हैं।
सरकार क्या कर रही?
इन लक्षित हत्याओं को रोकने के लिए केंद्र सरकार की ओर से अभी तक कोई बड़ा कदम नहीं उठाया गया है, हालांकि कल गृह मंत्री अमित शाह और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा एक उच्च स्तरीय बैठक करने वाले हैं जिसमें कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। फिलहाल के लिए पुलिस ने उन इलाकों को सील कर दिया है जहां कश्मीरी पंडित या सरकारी कर्मचारी रहते हैं और यहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है।